Breaking News

मूर्ख, धूर्त, लालची, देशद्रोही ज्योति मल्होत्रा कौन है?

खास खबर            May 19, 2025


डॉ. प्रकाश हिंदुस्तानी।

हिसार की रहने वाली ट्रैवल ब्लॉगर और यूट्यूबर हैं। अपने यूट्यूब चैनल 'Travel with Jo' (

@travelwithjo1) के लिए जानी जाती हैं।

ठीकठाक फ़ॉलोअर्स हैं। 33 साल की है, जवानी जा रही है लेकिन लोगों को लुभाना आता है। उनके चैनल के 3.77 लाख से अधिक सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 1.32 लाख फॉलोअर्स हैं। वह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट हैं और पहले गुरुग्राम में एक निजी कंपनी में  20 K महीने पर काम करती थीं। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान नौकरी छूट गई। पिता कारपेंटर है। 500 फ़ीट का घर है।

2022 में व्लॉगिंग शुरू की। पाकिस्तान, चीन, भूटान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, थाईलैंड, नेपाल, यूएई आदि की यात्रा की। 

2023 और 2024 में तीन बार पाकिस्तान गई। जिसमें लाहौर, अनारकली बाजार, कटासराज मंदिर, और वाघा बॉर्डर जैसे संवेदनशील स्थान शामिल हैं। 

इंडोनेशिया, बाली की यात्रा में वह एक पाकिस्तानी ऑपरेटिव के साथ गईं। 

भारत में वह श्रीनगर, पहलगाम (जनवरी 2025 में), चीनी सीमा पर पेंगोंग झील, पूर्वोतर और अन्य स्थानों पर गई।  वीडियो बनाये और संदेश दिया कि भारत में लोग कितनी आजादी से घूमते हैं, वो भी बिना सुरक्षा के। आतंकी हमले के बाद फिर पहलगाम गई और वीडियो बनाया कि आतंकी हमले के लिए हमारी सुरक्षा व्यवस्था ही दोषी है। आतंकियों को रोकनेवाला कोई था ही नहीं। यानी आकाओं का काम वह भारत में कर रही थी।

पाकिस्तान से संबंधित उनके वीडियो और रील्स, जैसे 'इश्क लाहौर' और 5000 साल पुराने कटासराज मंदिर की यात्रा ने लोगो का खासा ध्यान आकर्षित किया। उसके फ़ॉलोअर्स भारत और पाकिस्तान में बढ़ने लगे।

वह पाकिस्तान की सकारात्मक छवि वाले वीडियो बनाती रही। तीन बार पाकिस्तान गई । उसे आसानी से वीज़ा मिल जाता। 30 दिन का वीजा मिलता तो पूरे 29 दिन बिताकर लौटती। वापस आकर चीन चली जाती, कभी बांग्लादेश, कभी नेपाल।

चार साल पहले 20 हज़ार कमाती थी, पर वीडियो बनाने बिजनेस क्लास में जाती-आती। फाइव स्टार होटलों में रुकती।

भारतीय एजेंसियों की नज़र थी उस पर। मार्च 2024 में वह नई दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन की इफ्तार पार्टी गई। वीडियो में पाकिस्तानी अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के साथ नजदीकी दिखीं तो कान खड़े हुए। (इसी दानिश को विदेश मंत्रालय ने 24 घंटे में गेट आउट का आदेश दिया था।)

ज्योति पर आरोप है कि उसने भारत की सैन्य गतिविधियों, विशेष रूप से 'ऑपरेशन सिंदूर' और सेना की तैनाती से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और इसके एजेंटों (अली अहसान, शाकिर उर्फ राणा शहबाज) को दी। इनके नंबर उसके मोबाइल में सेव निकले। (ISI एजेंट शाकिर का नाम उसने जाट रंधावा के नाम पर सेव किया, ताकि शक न हो)

दानिश से उसका संपर्क 2023 में पाकिस्तान वीजा के लिए हाई कमीशन जाने पर हुआ। दानिश ने खटाखट वीज़ा दिलाया और  ISI एजेंटों से मिलवाया। उन्हीं ने ज्योति के इंतजामात दोस्त बनकर किये। ज्योति चक हो गई। वाह! कित्ते भले हैं बेचारे ISI वाले। मस्त घुमाते-फिराते हैं। इत्ता ही नहीं, चीन का वीज़ा भी फटाफट दिलाते हैं, बाली और पटाया भी साथ घूमने ले जाते हैं।

भारतीय खुफिया एजेंसियां सोई नहीं थी। लंबे समय से उसकी ऑनलाइन गतिविधियों, विदेश यात्राओं और व्हाट्सएप, टेलीग्राम, स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स की  निगरानी कर रही थीं। धर दबोचा।

गजाला नाम की एक अन्य संदिग्ध की पूछताछ से भी ज्योति का नाम सामने आया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया।

ज्योति इस जासूसी नेटवर्क में अकेली नहीं थी। दूतावास के पाकिस्तानी अधिकारी दानिश और उसकी बीवी के साथ ज्योति के करीबी संबंध थे। वह मुख्य हैंडलर था और ISI से जुड़ा था। 

अन्य ISI एजेंट थे अली अहसान, शाकिर उर्फ राणा शहबाज और अन्य पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी, जिनसे ज्योति की मुलाकात दानिश ने करवाई। 

इनके अलावा पंजाब और हरियाणा से पांच अन्य लोग भी पकड़े गए हैं। और भी सदस्यों की पहचान की जा रही है।

ज्योति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3, 4, और 5 के तहत मामला दर्ज है। ये गंभीर गैर जमानती आरोप हैं। देशद्रोह और जासूसी में जमानत कहाँ मिलती है? कौन देता है?

ज्योति को 17 मई 2025 को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। पुलिस रिमांड कैसी होती है, सबको पता है।

उसके मोबाइल, लैपटॉप, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।  बैंक खातों और यात्रा इतिहास की भी जांच हो रही है।

यदि दोषी पाई गईं, तो आजीवन कारावास या गंभीर मामलों में फांसी तक की सजा हो सकती है। हो सकता है कि वकील लोग निर्दोष साबित करवा दें।

सबक :

  1. कोई बेजा मदद करे तो मत लें। खुद की औकात का मूल्यांकन खुद करें।
  2. आप सोशल मीडिया में जो देख रहे हैं, उसमें शायद किसी और के लिए (दुश्मन के लिए भी) पैगाम छुपा हो सकता है।
  3. खुद को बहुत श्याणा न समझें, खुफिया एजेंसियां बाप होती हैं।
  4. गद्दारों का कोई धर्म नहीं होता, जात नहीं होती।

 


Tags:

malhaar-media jyoti-malhotra traval-blogger-youtuber hisar-haryana

इस खबर को शेयर करें


Comments