मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्य प्रदेश की पॉलिटिक्स और ब्यूरोक्रेसी को हिला देने वाले हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में, ब्लैकमेलिंग के आरोप में इंदौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई आरती दयाल (मूल नाम आरती अहिरवार) को अब बेंगलुरु पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि आरती दयाल वहां पर एक स्पा सेंटर में काम कर रही थी। उसे आभूषण चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर के कई पत्रकारों ने बेंगलुरु में महादेवपुरा थाना पुलिस से बात की। पुलिस ने पुष्टि करते हुए बताया कि आरती दयाल को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरती दयाल यहां पर एक स्पा सेंटर में काम करती थी।
6 सितंबर को उसकी रूममेट एवं सहकर्मी ने पुलिस से शिकायत की थी कि, आरती दयाल ने उसके सोने चांदी के आभूषण एवं नकद धनराशि चोरी कर ली है। कुल मूल्य ₹1000000 है। पुलिस ने बताया कि उन्होंने आरती दयाल से पूछताछ की। इस दौरान आरती दयाल पुलिस के सवालों का सही जवाब नहीं दे पाई, इसलिए उसके खिलाफ मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरती दयाल मूल रूप से छतरपुर मध्य प्रदेश की रहने वाली है। उसकी शादी फरीदाबाद हरियाणा के एसजीएम नगर में रहने वाले बैंक कर्मचारी अनिल वर्मा से हुई थी। यह रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल पाया। आरती वापस छतरपुर आ गई और अपने ससुराल वालों के खिलाफ केस कर दिया।
समझौता होने के बाद छतरपुर के पंकज दयाल नाम के व्यक्ति के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी। उसमें छतरपुर में एक फिटनेस सेंटर खोला था। यहीं पर आरती ने अपने नाम के साथ दयाल लगाया और सभी सरकारी दस्तावेजों में पति के स्थान पर पंकज दयाल का नाम लिखा।
इसके बाद आरती भोपाल आ गई और उन सभी लड़कियों (मोनिका यादव, श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन, बरखा सोनी भटनागर) के साथ मिलकर काम करने लगी, जिनके खिलाफ इंदौर में नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह ने ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज कराया था।
इस मामले में इंदौर पुलिस द्वारा आरती दयाल सहित सभी आरोपी लड़कियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। यहां क्लिक करके आती दयाल की कहानी पढ़ सकते हैं।
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