मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज 11 जुलाई से शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।
इस पर अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा वंदे मातरम राष्ट्रगीततो हो जाने दीजिए। लेकिन आदिवासी अत्याचार पर विपक्ष नारे बाजी करता रहा।
इस बीच संसदीय कार्यमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रगीत का अपमान किया है, मैं इसकी निंदा करता हूं।
इस पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि संसदीय कार्य मंत्री असत्य कथन कर रहे हैं। राष्ट्रीय गीत प्रारंभ ही नहीं हुआ था।
संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि इससे कांग्रेस पार्टी का चरित्र समझा जा सकता है। यही इनकी मानसिकता है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इसे देश का अपमान बताया तो अन्य सदस्यों ने भी कांग्रेस को घेरा।
आरोप-प्रत्यारोप बढ़ते देख अध्यक्ष गिरीश गौतम ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि विधानसभा की मान्य परंपरा के अनुसार सदन की कार्यवाही वंदेमातरम से प्रारंभ होती है।
मैंने टोका भी कि पहले वंदेमातरम हो जाने दें, फिर अपनी बात रखें, पर आप शांत नहीं हुए, यह दुखद है।
हंगामे का आलम यह रहा कि भिंड जिले में सरसों खरीदी में अनियमितता, नरयावली में स्वीकृत कालेज भवन का निविदा होने के बाद भी निर्माण न होने, रेवांचल एक्सप्रेस के विलंब से भोपाल पहुंचने के कारण परीक्षार्थियों के प्री नर्सिंग टेस्ट देने से वंचित होने और रतलाम नगर निगम द्वारा पंजीयन शुल्क के साथ अतिरिक्त शुल्क की वसूली की राशि नगर निगम को न दिए जाने के ध्यानाकर्षण पर चर्चा भी नहीं हो पाई।
दिवंगत नेताओं, दुर्घटनाओं में मृत लोगों को दी गई श्रद्धांजलि
विधानसभा के भूतपूर्व सदस्य मधुकर हर्णे, रमेश शर्मा गुट्टू भैया, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, रतन लाल कटारिया, प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच, इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बावड़ी की छत धंसने, खरगोन जिले के डोंगरगांव में बोराड़ नदी पुल से यात्री बस के गिरने और ओड़िशा के बालेश्वर जिले में रेल हादसे में मृत व्यक्तियों को श्रद्धांजलि दी गई।
Comments