मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश जनसंपर्क संचालनालय में पदस्थ जनसंपर्क अधिकारी पूजा थापक ने मंलवार-बुधवार की दरम्यानी रात आत्महत्या कर ली। पूजा जनसंपर्क विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर थीं। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) भेजा। पूजा ने सुसाइड से पहले अपनी मां को कॉल करके कहा था, मैं मर रही हूं।
गोविंदपुरा पुलिस ने बताया कि पूजा थापक साकेत नगर इलाके में परिवार के साथ रहती थीं। उनका मंगलवार को पति से विवाद हुआ था। पूजा थापक के पति निखिल दुबे भी टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रतिनियुक्ति पर असिस्टेंट डायरेक्टर हैं।
पूजा का मायका ग्वालियर में है। पूजा ने एमपीपीएसी की तैयारी इंदौर में की थी। पूजा का 2017 में असिस्टेंट डायरेक्टर और निखिल का 2018 में नायब तहसीलदार पद पर चयन हुआ था।
पूजा ने आखिरी कॉल अपनी मां को किया था। पूजा ने उन्हें बताया कि मैं मरने जा रही हूं। मां ने तत्काल कॉल कर दामाद निखिल को यह बात बताई। निखिल कमरे में पहुंचा तो गेट अंदर से बंद था। करीब आधे घंटे में गेट को खोलकर पूजा को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया। परिजनों ने बुधवार को पीएम के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।
पूजा के पिता जीएन थापक ने बताया कि दो साल पहले बेटी की अरेंज मैरिज हुई थी। निखिल शराब पीने का आदी है। बेटी इसका विरोध करती थी। सास भी आए दिन छोटी-छोटी बातों पर विवाद करती थी। पूजा इसकी शिकायत निखिल से करती तो वो भी मां का पक्ष लेते हुए उससे बदसलूकी करता था। पूजा इस बात का जिक्र अकसर अपनी मां से बातचीत में करती थी।
थापक ने बताया कि पिछले दिनों पति और सास की प्रताड़ना से तंग आकर पूजा अपने भाई के घर बेंगलुरू चली गई थी। 8 जुलाई को निखिल के काफी मनाने पर फ्लाइट से भोपाल लौटी और पति के साथ रहने लगी। अगले ही दिन 9 जुलाई को सुबह निखिल की मां ने बेटी से विवाद किया। निखिल ने भी पूजा को खरी-खोटी सुनाई। इसके बाद पूजा ने मां से कॉल पर बातचीत कर बताया कि वह ग्वालियर निकल रही है। मैं ग्वालियर में रहता हूं और बतौर एडवोकेट ग्वालियर कोर्ट में प्रैक्टिस करता हूं।
जीएन थापक ने बताया कि, बेटी ससुराल से स्टेशन के लिए निकल भी गई। तब सास ने कॉल कर घर बुलाया और कहा, अपने बेटे साथ लेकर जाओ। बेटी, उसको लेने पहुंची, वहां दोबारा विवाद हुआ। इसके बाद फांसी लगाई। थापक ने कहा, हम हर हाल में बेटी को खुदकुशी के लिए मजबूर करने वालों पर कार्रवाई चाहते हैं।
एसीपी दीपक नायक ने बताया कि पूजा और निखिल के बीच पूर्व से विवाद चला आ रहा है। दोनों की पहले काउंसिलिंग भी कराई जा चुकी है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शुरुआती जांच में आपसी विवाद के बाद खुदकुशी की आशंका है। मृतका के मायके पक्ष के डिटेल बयानों के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
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