मल्हार मीडिया भोपाल।
राजा-महाराजाओं, नवाबों और पिछली सरकारों के शासनकाल में जितना विकास नहीं हुआ, उससे कई गुना ज्यादा भाजपा सरकार ने पिछले 20 वर्षों में कर दिखाया है।
ये बात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कुक्षी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के भूमि-पूजन कार्यक्रम के दौरान कही। शिवराज सिंह चौहान आज धार जिले की कुक्षी विधानसभा के निसरपुर में विभिन्न विकास की योजनाओं की नींव रखने और क्षेत्र को सौगात देने, विकास पर्व की शुरुआत करने पहुंचे थे। सात दिन में दूसरी बार मुख्यमंत्री धार जिले में पहुंचे हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा की धार सहित मालवा और निमाड़ की 60 से अधिक विधानसभा सीटों पर निगाहें हैं, जिन सीटों ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सत्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। धार सहित आसपास के जिलों की विधानसभा सीटों में आदिवासी वोट निर्णायक भूमिका में हैं और इस विधानसभा चुनाव में आदिवासी प्रमुख मुद्दा भी है, ऐसे में आदिवासी वोटों को साधने और विगत विधानसभा में धार जिले की सात में से छह सीटों पर कांग्रेस के विजय होने के चलते भाजपा को यहां बढ़त दिलाने के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान क्षेत्र में कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
आज कुक्षी के निसरपुर में मुख्यमंत्री ने पहुंचकर सबसे पहले मां नर्मदा का विधिवत पूजन कर 551 मीटर लंबी विशाल चुनरी चढ़ाई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच 'यह जीवन है माटी का ठेला', 'हरे राम राम हरे हरे' नामक सुंदर भजन गाकर मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध भी कर दिया था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुक्षी तहसील के ग्राम चंदनखेड़ी के मेघनाद घाट पर पारिजात का पौधा रोपित किया। पौध-रोपण के लिए यहां 175 गांवों की मिट्टी लाई गई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्राम चंदनखेड़ी के मेघनाद घाट पर नर्मदा घाटी विकास विभाग द्वारा 2771.16 करोड़ की लागत की स्वीकृत नवीन कुक्षी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि पूजन किया। इसके माध्यम से जिले के 175 गांव के एक लाख 25 हजार किसान लाभान्वित होंगे।साथ ही करीब 75 हजार हेक्टेयर भूमि क्षेत्र में सिंचाई होगी, इसके साथ ही विकास पर्व का शुभारंभ भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कुक्षी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना प्रधानमंत्री मोदी के "पर ड्रॉप मोर क्रॉप" (पानी की प्रति बूंद से अधिक फसल) पर आधारित है। इसी मंत्र को अपना संकल्प बनाते हुए मध्य प्रदेश सरकार सिंचाई के क्षेत्र में नवाचार कर पानी की हर बूंद को उपयोगी बना रही है। सरकार की इसी प्रतिबद्धता का प्रमाण बन रही है। कुक्षी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना की सम्पूर्ण जल वितरण प्रणाली भूमिगत पाइप लाइन पर आधारित है और प्रत्येक 2.5 हेक्टेयर चक तक किसान को 23 मीटर दाब युक्त जल उपलब्ध होगा। दाब युक्त जल से किसान, माइक्रो सिंचाई के अंतर्गत स्प्रिंकलर का लाभ ले सकेंगे तथा कम जल में अधिक सिंचाई का लाभ मिलेगा। इस पद्धति से सिंचाई मिलने पर किसान को खेत समतल करने की आवश्यकता नहीं होगी। पाईप नहरों के लिए स्थाई भू-अर्जन नहीं किया जाएगा। परियोजना से कुक्षी तहसील के 96 ग्रामों के 39 हजार 854 हेक्टेयर क्षेत्र में, गंधवानी तहसील के 79 ग्रामों के 35 हजार 149 हेक्टेयर क्षेत्र में, विधानसभा क्षेत्र कुक्षी के 24 ग्रामों के 7248 हेक्टेयर क्षेत्र एवं विधानसभा क्षेत्र गंधवानी के 151 ग्रामों के 67 हजार 752 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि मेघनाद घाट का विकास किया जाएगा और यहाँ से सरदार सरोवर तक क्रूज चलाया जाएगा।
सीएम शिवराज ने कहा कि गत 20 वर्षों में सड़क, बिजली, पानी, सिंचाई, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव हुए हैं। अकेले धार जिले में 1 हजार 268 करोड़ से अधिक की लागत से लगभग 3 हजार 300 किमी लम्बाई की कुल 835 सड़कों का निर्माण एवं उन्नयन किया गया है। जिले में 196 करोड़ 62 लाख रु. की लागत से 117 पुलों का निर्माण किया गया है। विद्युत अधोसंरचना के निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण पर 333 करोड़ रुपए व्यय किए गए हैं। जिले में 216 करोड़ रुपए की लागत से 54 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। फीडर विभक्तीकरण के 85 करोड़ की लागत के 311 कार्य पूर्ण किए गए हैं। इसके अलावा 519 करोड़ 26 लाख रुपए की लागत से निर्मित 78 सिंचाई परियोजनाओं से 29 हजार 790 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित की गई। वर्तमान में 905 करोड़ 33 लाख रुपए की लागत से 22 सिंचाई परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। जल जीवन मिशन में जिले में अब तक 2 लाख 63 हजार 783 परिवारों तक नल का शुद्ध जल पहुंचाया जा चुका है।
सीएम ने कहा हम किसानों की बेहतरी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हमने मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि, जो पहले 4 हजार रुपए थी, उसको बढ़ाकर 6 हजार रुपये किया है। प्रधानमंत्री किसान योजना सहित इसे मिलाकर अब किसानों को 12 हजार रुपए मिला करेंगे। पहले किसानों को 16 प्रतिशत ब्याज पर कर्जा मिलता था, जिसे हमने शून्य प्रतिशत कर दिया है। पिछली सरकार द्वारा कन्या विवाह योजना, संबल योजना, लैपटॉप वितरण बंद कर दिए गए थे, जिन्हें हमने पुनः आरंभ किया हैं। अभी 20 जुलाई को मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किए जाएंगे।
इस दौरान लगभग 1000 आमंत्रित किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ क्षेत्रवासियों से रूबरू होते हुए कई घोषणाएं भी कीं, जिसमें मुख्यमंत्री ने लाडली बहना योजना में महिलाओं को दी जा रही राशि को तीन हजार तक किया जाएगा। लाडली बहना योजना सहित अन्य योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये प्रदेशवासियों की ज़िंदगी में सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास" मंत्र को आत्मसात करके हम आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही जन-कल्याण, सुराज और विकास को शासन का आधार-स्तंभ बनाकर जनता के जीवन को बदलने का काम भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नर्मदा जल को क्षिप्रा नदी तक ले जाने के दुष्कर कार्य को सरकार ने कर दिखाया है। इतना ही नहीं निमाड़, मालवा, क्षेत्र में नर्मदा जल जहां नहरों से नहीं पहुंचाया जा सकता वहां पाइपों से मोटर लगाकर पहुंचाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि असंभव शब्द मेरे शब्दकोष में है ही नहीं। धार जिले के एक-एक गांव में सिंचाई एवं पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।
सीएम ने कहा कि मेघनाद घाट का विकास कर यहां से क्रूज चलाकर सीधे सरदार सरोवर बांध तक ले जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा नर्मदा के पानी को इस क्षेत्र से सिंचाई व अन्य योजनाओं के लिए ले जाना असम्भव बताया था। हमने यह कर दिखाया और नर्मदा का पानी मालवा के दूर दराज क्षेत्र तक ले जाकर किसानों के खेतों में पहुंचाया है। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपनी योजनाओं का जमकर बखान किया और आने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से भाजपा की सरकार बनने की बात दोहराई। निसरपुर से सभा के समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री बड़वानी जिले के लिए रवाना हो गए, जहां पर कई विकास कार्यों की सौगात के साथ ही रोड शो में भाग लेंगे जिसके बाद भोपाल रवाना होंगे।
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