कमल गोयल,अतुल शाह सहित 25 आंचलिक पत्रकारों का सप्रे संग्रहालय में हुआ सम्मान

मीडिया            Sep 16, 2017


मल्हार मीडिया भोपाल।
जिस तरह महावत अपने अंकुश से मदमस्त हाथी को काबू में कर लेता है, उसी तरह पत्रकार भी सत्ता और समाज में फैली विसंगतियों पर अंकुश लगाये। एक पत्रकार को समाज में महावत की भूमिका निभानी चाहिए। समाज के हर वर्ग की पीड़ा को उभारने का काम पत्रकारिता करे, यह उसका दायित्व है। 

इस तरह के विचार शनिवार को माधवराव सप्रे स्मृति समाचारपत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान, के सभागार में सुनाई दिए। अवसर था आंचलिक पत्रकार सम्मान समारोह का। समारोह में प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब 27 पत्रकारों को सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश राज्य खनिज निगम के अध्यक्ष पंडित शिव चौबे थे। जबकि स्वदेश के प्रधान  संपादक राजेन्द्र शर्मा ने अध्यक्षता की।  

सम्मानित पत्रकारों को संग्रहालय की ओर से शॉल,श्रीफल,प्रशस्ति पत्र और साहित्य अतिथियों ने प्रदान किया।

इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि पं.शिव चौबे ने कहा कि वैसे भी पत्रकारिता कठिन है, उस पर आंचलिक पत्रकारिता तो और भी कठिन है। एक आंचलिक पत्रकार के रूप में उन्होंने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि इन लोगों की पीड़ा को मैं समझ सकता हूं। उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि भले ही सरकार की कमियों को उठायें लेकिन आम आदमी की तकलीफों को भी सामने लायें। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्वदेश के प्रधान संपादक राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि पत्रकार महावत की तरह सरकार और समाज में हो रही अवांछनीय गतिविधियों पर अंकुश लगाये। एक पत्रकार की प्रतिबद्धता सत्ता की बजाय समाज के प्रति ज्यादा होनी चाहिए। उन्होंने सप्रे संग्रहालय की गतिविधियों की सराहना करते हुए संग्रहालय के संस्थापक निदेशक पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर के प्रयासों की भी प्रशंसा की। इस अवसर पर संग्रहालय के संस्थापक निदेशक विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि आंचलिक पत्रकार राज्य और जिला स्तरीय समाचारपत्रों की रीढ़ होते हैं। इसलिए उन्हें सम्मानित करना समाज का भी दायित्व है। 

सम्मानित होने जा रहे पत्रकार साथी सप्रे संग्रहालय की विभिन्न गतिविधियों के सक्रिय सहयोगी रहे हैं। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार एवं संग्रहालय के सहयोगी राकेश दुबे के जन्म दिवस के अवसर पर उन्हें भी सम्मानित किया गया। दुबे की लिखी टिप्पणियों अंकुश शीर्षक से किताब की शक्ल में तैयार किया है। इसे भी भेंट किया गया।  

कार्यक्रम का संचालन संग्रहालय के अध्यक्ष राकेश पाठक ने किया तथा आभार प्रदर्शन उपाध्यक्ष राकेश दीक्षित ने किया। इस अवसर पर प्रदेश भर से आये पत्रकार एवं बड़ी संख्या में शहर के प्रबुद्धजन मौजूद थे। 

इनका हुआ सम्मान
सुरेश अग्रवाल, करेली, महेन्द्र सिंघई, माखन नगर, गोविंद चौरसिया, छिंदवाड़ा, सुरेश विदुआ, बरेली, रमेश टाक, रतलाम, कमल गोयल, विदिशा, दीनदयाल बिलगैया, सागर, पुरुषोत्तम कुइया, सीहोर, घनश्याम बटवाल, मंदसौर, अतुल शाह, विदिशा, प्रमोद भार्गव, शिवपुरी, रामनारायण ताम्रकार, सीहोर, श्याम चतुर्वेदी, लटेरी, सुरेश समाधिया, सीहोर, प्रमोद पगारे, इटारसी, उमाशंकर तिवारी, रीवा, कुशलेन्द्र श्रीवास्तव, गाडरवारा, अनिल गुप्ता, गाडरवारा, बृजेश शर्मा, नरसिंहपुर, अजय खरे, नरसिंहपुर, गोविंद बणोने, ब्यावरा, रुद्रेश तिवारी, नरसिंहपुर, राजेन्द्र ठाकुर, होशंगाबाद, गुणेन्द्र दुबे, छिन्दवाड़ा, रामकुमार चौरसिया, मेनपुर, राजेश प्रजापति, छिन्दवाड़ा, और विक्रांत पटेल, नरसिंहपुर।

 



इस खबर को शेयर करें


Comments