शिवपुरी से संजीव पुरोहित।
45 दिन के लिए बतौर प्रभारी कलेक्टर मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की कमान संभालने वाली नेहा मारव्या सिंह के दमनकारी एवं पत्रकार विरोधी रवैए के कारण पत्रकारों ने समूचे जिले में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह का बहिष्कार किया। जिला मुख्यालय सहित किसी भी तहसील में आयोजित मुख्य समारोह में पत्रकारों ने शिरकत नहीं की। आंदोलन की अगली रणनीति बनाने के लिए आज सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जब प्रभारी कलेक्टर पत्रकारों से माफी नहीं मांगती तब तक शासकीय कार्यक्रमों एवं प्रेसनोटों का बहिष्कार किया जाएगा।
गौरतलब है कि शिवपुरी की प्रभारी कलेक्टर नेहा मारव्या सिंह लगातार प्रेस को टारगेट किए हुए हैं इसी मंशा के चलते पहले उन्होंने पत्रकारों को जनसुनवाई में प्रवेश से रोकने का प्रयास किया और हाल ही में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम की कवरेज को लेकर सीमा में बांधने का प्रयास किया जिसके विरोध स्वरूप पत्रकारों ने सर्वसम्मति से निर्णय लेकर गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय पर आयोजित समारोह का पूरी तरह बहिष्कार किया। जिला मुख्यालय पर पत्रकारों के इस बहिष्कार को जिले की समस्त तहसीलों से अभूतपूर्व समर्थन मिला और किसी भी तहसील में आयोजित शासकीय कार्यक्रम में पत्रकारों ने शिरकत नहीं की।
आंदोलन के क्रम को 48 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी प्रभारी कलेक्टर ने अपने रुख में कोई परिवर्तन नहीं किया है और न ही उनकी ओर से सुलह के लिए कोई पहल की गई है जिसके चलते आज सुबह सर्किट हाउस पर एक बार फिर पत्रकार एकत्रित हुए और उन्होंने निर्णय लिया कि जब तक प्रभारी कलेक्टर पत्रकारों के साथ अपने व्यवहार को लेकर माफी नहीं मांगती और अपने व्यवहार में परिवर्तन नहीं लाती तब तक आंदोलन का यह सिलसिला जारी रहेगा। जिसके क्रम में शासकीय कार्यक्रमों एवं शासकीय प्रेसनोटों का बहिष्कार किया जाएगा। आज की बैठक में सभी पत्रकार संगठनों के साथ-साथ सभी प्रमुख समाचार पत्र, पत्रिकाओं एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े साथी मौजूद रहे।
जहां एक ओर पत्रकारों ने गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह का बहिष्कार किया, वहीं दूसरी ओर पत्रकार गणतंत्र दिवस के दिन प्रात: अमर शहीद तात्याटोपे की शहीद स्थली पर एकत्र हुए जहां उन्होंने राष्ट्रगान के साथ गणतंत्र दिवस मनाया।
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