मल्हार मीडिया डेस्क।
एक बड़ी और बुरी खबर रोहतक से आ रही है। दैनिक भास्कर के संपादकीय प्रभारी जितेंद्र श्रीवास्तव ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि उनका प्रबंधन से लेटरबाजी भी हुई थी और पिछले दिनों पानीपत में हुई मीटिंग में उनकी कुछ मुद्दों पर अपने वरिष्ठों से हाट टॉक हुई थी। पर आत्महत्या की असल वजह क्या है, इसका पता नहीं चल पाया है।
जितेंद्र के दो छोटे छोटे बच्चे एक बेटा और एक बेटी है। दोनों की उम्र बारह साल से कम बताई जाती है। सूत्रों का कहना है कि आत्महत्या की वजह दैनिक भास्कर से जुड़ा कोई आफिसियल मामला ही है। जितेंद्र वैसे तो संपादकीय प्रभारी थे लेकिन उनका पद न्यूज एडिटर का था। छोटी यूनिट होने के कारण रोहतक में न्यूज एडिटर को ही संपादकीय प्रभारी बना दिया जाता है।
एक संपादकीय प्रभारी के सुसाइड कर लेने की यह पहली घटना है। बताया जा रहा है भास्कर प्रबंधन अपने संपादकों और संपादकीय प्रभारियों पर बेवजह भारी दबाव बनाए रखता है और तरह तरह के टास्क देकर उन्हें हर पल तनाव में जीने को मजबूर किए रहता है। जब अच्छी सेलरी और वेज बोर्ड देने की बात आती है तो खराब परफारमेंस का बहाना करके या तो नौकरी से निकाल दिया जाता है या काफी दूर तबादला कर दिया जाता है ताकि थक हार कर खुद ही इंप्लाई इस्तीफा दे दे। भास्कर के न्यूज एडिटर के सुसाइड से रोहतक में हड़कंप मचा हुआ है।
भड़ास4मीडिया।
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