डॉ. प्रकाश हिंदुस्तानी।
विकिलिक्स के जुलियन असांजे के पक्ष में कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए धन इकट्ठा करने का अभियान शुरू किया गया है। इसके लिए 5 लाख डाॅलर एकत्र करने का लक्ष्य है। इसमें अभी तक 801 डॉलर ही जमा हो पाए हैं। ब्रिटेन में जुलियन असांजे की गिरफ्तारी और फिर अमेरिका प्रत्यर्पण करने की तैयारी की जा रही है, उसी के खिलाफ यह अभियान चलाया गया है।
अभियान का नाम है गो फंड मी। इसके लिए जुलियन असांजे की तरफ से अपील भी जारी हुई है। अमेरिका में असांजे को आजीवन कारावास भुगतनी पड़ सकती है। अभी जुलियन असांजे एक्वाडोर में निर्वासित जीवन जी रहे हैं और अमेरिका उस पर दबाव डाल रहा है कि असांजे को अमेरिका के हवाले कर दें। 2012 में असांजे को अमेरिकी न्यायालय में पेश होना था, लेकिन असांजे तभी से लापता हैं।
विकिलिक्स के खुलासों के बाद अमेरिका में असांजे के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। आरोप है कि असांजे ने कुटनीतिक दस्तावेज और वीडियोज में ऑनलाइन सेंधमारी की और कई गुप्त दस्तावेज चुराकर वेबसाइट पर अपलोड कर दिए। इससे दुनियाभर की राजनीति में उबाल आ गया।
असांजे ने यह बात उजागर नहीं की कि वे दस्तावेज उन्होंने कैसे और कहां से प्राप्त किए। सरकारी दस्तावेजों में सेंधमारी की उनकी शैली क्या थी? उन्होंने यही कहा कि गोपनीयता कानून से उन्हें कुछ भी लेना-देना नहीं है। उन्होंने वहीं सबकुछ किया, जो उन्हें करना चाहिए था।
विकिलिक्स की तरफ से हाल ही में एक ट्वीट किया गया, जिसमें अपील की गई कि असांजे को कानूनी रूप से बचाने के लिए एक फंड निर्मित किया गया है, जिसमें आम लोगों से सहयोग की दर्खास्त है। ट्वीट करने वाले ने एक एनजीओ करेज फाउंडेशन का नाम दिया है। करेज फाउंडेशन नामक एनजीओ के बारे में भी कई लोगों ने पूछताछ की, लेकिन उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया।
धन की उगाही करने वाली संस्था ने अपील की है कि असांजे के खिलाफ ब्रिटिश अखबार गार्जियन ने मनगढ़ंत खबर प्रकाशित की थी। कई लोगों ने उस खबर पर शंका जाहिर की है कि वह खबर मनगढ़ंत है।
खबर के अनुसार असांजे ने ट्रम्प के एक प्रचारक पॉल मेनफोर्ट से गुप्त मिटिंग की थी। विकिलिक्स में इस तरह की खबर को मनगढ़ंत बताया और लिखा कि यह सब असांजे के विरूद्ध झूठा प्रचार है।
इसी बीच द एटलांटिक ने खबर दी है कि असांजे और डोनाल्ड ट्रम्प में बहुत सी चीजें एक जैसी है। असांजे ने ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद कोई बड़ा खुलासा नहीं किया। समाचार में आरोप लगाया गया है कि असांजे भी रूसी खुफिया एजेंसियों के लिए कार्य कर रहे हैं।
विकिलिक्स ने हिलेरी क्लिंटन के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान अनेक ई-मेल हैक किए। ट्रम्प की तरह ही असांजे भी दक्षिणपंथी वर्ग के प्रिय है। 2016 में ट्रम्प ने अपने चुनाव अभियान के दौरान अनेक बार विकिलिक्स का जिक्र किया।
इस तरह की खबरें भी हैं कि डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान और उसके बाद भी जुलियन असांजे से लगातार संपर्क बनाए रखा। समाचारों को सही मानें, तो इन दोनों में ट्रम्प के चुनाव को लेकर गठजोड़ की बातें हुई थी।
अमेरिकी मीडिया ने इस तरह की खबरों को बहुत गंभीरता से लिया, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे अमेरिकी की संप्रभुता को खतरा हो सकता है।
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