पत्रकार पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज करने का इंदौर प्रेस क्लब ने किया विरोध

मीडिया            Nov 27, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को पद्मावती पुरस्कार देने के एलान पर कटाक्ष करने वाले नीमच जिले के एक पत्रकार पर दुष्कर्म के लिए प्रेरित करने सहित कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किए जाने को लेकर पत्रकार जगत ने विरोध शुरू कर दिया है। इंदौर प्रेस क्लब ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक ज्ञापन भेजकर पत्रकार जिनेंद्र सुराना के खिलाफ दर्ज मामले को समाप्त करने की मांग की है।

इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने सोमवार को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर कहा कि वरिष्ठ पत्रकार सुराना द्वारा गृहमंत्री के पद्मावती पुरस्कार के संबंध में की गई फेसबुक की टिप्पणी पर खरगोन जिले के कोतवाली थाने में दुष्कर्म के लिए प्रेरित जैसी गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक ने संवाददाता सम्मेलन बुलाकर इसकी जानकारी पत्रकारों को दी।

तिवारी ने ज्ञापन में आगे लिखा है कि यह बहुत ही गंभीर विषय है। यह सीधा-सीधा अभिव्यक्ति की आजादी को प्रतिबंधित करने का प्रयास है। प्रदेश और देश के पत्रकारों द्वारा खरगोन पुलिस की निंदा की जा रही है। सुराना वरिष्ठ पत्रकार हैं, वे 10 वर्ष तक नई दुनिया के नीमच ब्यूरो चीफ रहे, इन दिनों वे नीमच से प्रकाशित होने वाले दैनिक समाचार पत्र 'नई विधा' के विशेष संवाददाता हैं।

तिवारी ने कहा कि एक पत्रकार पर प्रकरण दर्ज करना ठीक वैसा ही है, जैसा आपातकाल में अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रतिबंध लगाया गया था। सरकार पर तंजपूर्वक आलोचना करने पर पत्रकार के खिलाफ प्रकरण का दर्ज होना चौंकाने वाली बात है। इंदौर प्रेस क्लब सहित इंदौर-उज्जैन के तमाम पत्रकार संगठन मांग करते है कि उक्त प्रकरण को तुरंत खत्म किया जाए और प्रकरण दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो।

वरिष्ठ पत्रकार जिनेंद्र सुराना ने गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा भोपाल की सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित युवती को पद्मावती पुरस्कार देने के संदर्भ में की गई टिप्पणी पर अपनी फेसबुक वाल पर कटाक्ष लिखा था। उन्होंने कहा था, "मध्य प्रदेश में दुष्कर्म करवाओ और पद्मावती अवार्ड पाओ। सरकार की नई घोषणा।" इस पोस्ट पर कई लोगों ने अपने-अपने तरह के कमेंट लिखे।

सुराना के इस पोस्ट पर किसी की शिकायत नहीं आई, बल्कि पुलिस ने स्वयं संज्ञान लेते हुए सुराना के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया। पुलिस की इस सक्रियता पर सवाल भी उठ रहे हैं।



इस खबर को शेयर करें


Comments