सोशल मीडिया पर अपने तरह की यह पहली किताब है, जिसमें सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म्स – ट्विटर, फेसबुक, लिंक्डइन, कोरा, यू-ट्यूब, ब्लॉगिंग, ई-मेल सिग्नेचर, ऑनलाइन मैट्रिक्स और ऑफलाइन ब्रांडिंग टूल्स पर खुलकर चर्चा की गई है। इस तरह के विषय पर वर्तमान में कोई किताब उपलब्ध नहीं है। सोशल मीडिया के बढ़ते महत्व और सोशल मीडिया पर लोगों की सक्रियता को देखते हुए इस किताब के महत्व को आसानी से रेखांकित किया जा सकता है।
भारत में पर्सनल ब्रांडिंग का महत्व भी लोग समझने लगे हैं। ब्रांडिंग शब्द आते ही हम समझते है कि ब्रांडिंग केवल बड़ी-बड़ी कंपनियों और उनके उत्पाद की ही हो सकती है, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। हम सभी को किसी न किसी तरह के पर्सनल ब्रांडिंग की आवश्यकता होती है। यह पुस्तक बताती है कि हर व्यक्ति अपने आप में अनूठा और अनोखा है। हर व्यक्ति अपने आप में असीमित शक्तियां समाए हुए है। इसके बावजूद कुछ लोग ही आगे बढ़कर धन और यश पाते है। अगर इन लोगों के जीवन और कार्यकलापों का अध्ययन किया जाए, तो यह बात समझ में आती है कि उन लोगों ने अपनी पर्सनल ब्रांडिंग की तरफ बहुत ध्यान दिया है, चाहे वे राजनेता हो या फिल्म कलाकार, उद्योगपति हो या खिलाड़ी, डॉक्टर हो या वकील, ब्यूरोक्रेट्स हो या प्रोफेसर, विद्यार्थी हो या गृहिणी – हर किसी को अपनी पर्सनल ब्रांडिंग के बारे में सोचना चाहिए। डॉक्टर और वकील अपने क्रियाकलापों के बारे में विज्ञापन नहीं दे सकते, लेकिन सोशल मीडिया पर सक्रिय होकर वे अपनी पर्सनल ब्रांडिंग कर सकते है और दुनिया में अपनी अलग पहचान बना सकते है।
किताब के दूसरे भाग में डिजिटल स्टोरी टेलिंग, सोशल मीडिया स्टोरी टेलिंग, इंस्पीरेशनल स्टोरी टेलिंग और सोशल मीडिया पर विजडम जैसे गंभीर मुद्दों को छुआ गया है। पुस्तक के तीसरे हिस्से में स्टोरी टेलिंग के आगे की कहानी पर चर्चा है। जिन्हें पढ़कर सोशल मीडिया पर सक्रिय लोग अपनी पोस्ट को ज्यादा दिलचस्प बना सकते है। इस नजरिये से यह पुस्तक सभी के लिए उपयोगी है। इस पुस्तक को पढ़कर किसी भी क्षेत्र का व्यक्ति अपनी पर्सनल ब्रांडिंग के बारे में कार्य कर सकता है और सफलता प्राप्त कर सकता है।
पुस्तक यह भी संदेश देती है कि पर्सनल ब्रांडिंग ही सबकुछ नहीं है। ब्रांडिंग से आगे बढ़कर बांडिंग भी है – लोगों से जुड़ने और जुड़ाव महसूस करने की। लोगों के अंतरमन को छूने की और दूसरों के दिल में जगह बनाने की। यह पुस्तक बहुत सरल भाषा में लिखी गई है और किसी भी व्यक्ति की कामयाबी की राह का वर्णन करती है। किस तरह छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर कोई भी व्यक्ति अपनी अलग पहचान बना सकता है और अपने व्यवसाय या कारोबार में खास जगह बना सकता है। यह किताब कोई सफलता का मंत्र देने वाली किताब नहीं है, न ही कारोबार की सफलता का सूत्र देती है, लेकिन यह किताब बताती है कि आप किस तरह एक बेहतर इंसान की तरह कार्य कर सकते है।
यह पुस्तक सभी क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों के लिए उपयोगी है। हल्की-फुल्की भाषा के साथ ही दिलचस्प उदाहरण, रंगीन चित्र और रेखाचित्र तथा ग्रॉफिक्स भी इस किताब में है, जो इसे पढ़ने में दिलचस्पी बढ़ाते हैं। 216 पृष्ठ की किताब की कीमत 285 रुपए रखी गई है।
प्रकाश हिंदुस्तानी डॉटकाम से
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