मल्हार मीडिया। इस दौर में सच बोलोगे तो पागल करार दिये जाओगे। भड़ास मीडिया सरोकार अवार्ड में अतिथियों के वक्तव्यों का निष्कर्ष मेरी नजर में तो यही है। जब भोपाल से चली थी तो एक वरिष्ठ पत्रकार ने कहा था एक पागल को दूसरा पागल सम्मानित कर रहा है। खैर हम पागल ही सही मगर 15 साल की पत्रकारिता में पहला मीडिया अवार्ड वो भी राष्ट्रीय राजधानी के मंच पर सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में गर्व का क्षण था। मध्यप्रदेश में वेबमीडिया को लेकर जो माहौल है उसके बीच में से निकलकर अलग से राह बनाना मुश्किल कल भी था आज भी है। इसके साथ ही मल्हार मीडिया अवार्ड पाने वाली मध्यप्रदेश की पहली वेबसाईट बन गई। शुक्रिया भड़ास4मीडिया सागर से दिल्ली तक की इस 15 साल की यात्रा में कई बार गिरे सम्हले फिर खड़े हुये। 11 सितंबर दिन रविवार को एक बजे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के स्पीकर हॉल में भड़ास4मीडिया के आठवें स्थापना दिवस के मौके पर भड़ास मीडिया सरोकार अवार्ड से मल्हार मीडिया की संस्थापक ममता यादव को भी सम्मानित किया गया। भड़ास मीडिया द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग गुमनाम होकर समाज के अलग—अलग क्षेत्रों में काम कर रहे करीब एक दर्जन मीडियाकर्मियों और समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। गौरव की बात यह थी कि इन एक दर्जन अवार्डियों में मध्यप्रदेश से ममता यादव अकेली महिला पत्रकार थीं। कार्यक्रम में विशेष अतिथी और मुख्य वक्ता के रूप में आईआरएस संजय कुमार श्रीवास्तव,वरिष्ठ पत्रकारद्वय सर्वश्री ओम थानवी,एन के सिंह और आनंद स्वरूप शर्मा मौजूद थे। ममता यादव के बारे में भड़ास4मीडिया के संस्थापक यशवंत सिंह ने बताया कि भोपाल मध्य प्रदेश ममता लंबे समय से वेब जर्नलिज्म की अलख जगाए हैं। मल्हार मीडिया नाम से ये वेबसाइट संचालित करती हैं। ममता ने बाजारू पत्रकारिता के विकृत चेहरे को नजदीक से देखने महसूस करने के बाद वैकल्पिक पत्रकारिता की मुश्किल राह की तरफ मुड़ गईं। वे अपनी वेबसाइट के जरिए उन सच्चाईयों को सामने लाते रहीं जिन्हें बताने छापने में मुख्य धारा की मीडिया को पसीना आता रहा। मध्य प्रदेश की पत्रकारिता में युवा पत्रकारों की तेजस्वी खेप में ममता प्रमुख हैं। उन्होंने महिला होने के कारण पुरुषवादी मीडिया के कुरुप सामंती चेहरों की भी शिनाख्त की और इसके खिलाफ हर मंच माध्यम से आवाज उठाया। ममता ने बेहद मुश्किल हालात आने के बावजूद वैकल्पिक मीडिया से मुंह नहीं मोड़ा और अपने मिशन पर चलती जा रही हैं।
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