सप्रे संग्रहालय के अलंकरण समारोह में बोले अतिथि:चुनौतीपूर्ण है आज की पत्रकारिता

मीडिया            Jan 23, 2017


मल्हार मीडिया।

आज पत्रकारिता का दौर बदला है। ऐसे में पत्रकारों के सामने अनेक चुनौतियां भी हैं। लेकिन परिदृश्य अभी इतना धुंधला भी नहीं है, आज के पत्रकार इनसे निपटने में समर्थ भी है। यह कहना है वरिष्ठ पत्रकार एवं राष्ट्रीय एकता समिति के उपाध्यक्ष महेश श्रीवास्तव का। वे आज मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माधवराव सप्रे स्मृति समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान द्वारा आयोजित अलंकरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। सप्रे संग्रहालय के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मप्र एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा कर रहे थे,जबकि आयुक्त जनसंपर्क अनुपम राजन कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद थे।

कार्यक्रम में पत्रकारिता जगत की करीब दर्जन भर विभूतियों को विभिन्न सम्मानों से सम्मानित किया गया। अपने उद्बोधन में श्रीवास्तव ने आगे कहा कि पत्रकारिता का मूल चिंतन है। लेकिन आज के समय में पत्रकार पेशेगत परेशानियों से जूझ रहा है, ऐसे में पत्रकार और पत्रकारिता दोनों के सामने नई चुनौतिया हैं, लेकिन फिर भी हम कह सकते हैं कि इन तमाम परिस्थतियों से पत्रकारिता उबरेगी। आज के पत्रकार में इन चुनौतियों का सामना करने की सामथ्र्य है। उन्होंने सप्रे संग्रहालय द्वारा पत्रकारिता के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने भी माना कि आज पत्रकारिता बदलाव के दौर से गुजर रही है लेकिन यह भी सही है कि पत्रकार अपने दायित्व को निभा रहे हैं। शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि अखबार मालिक अपने पत्रकारों को संरक्षण दें ताकि वे निर्भिक होकर अपने कार्य को अंजाम दे सकें। अपनी बात के समर्थन में उन्होंने अपने पितामह एवं वरिष्ठ पत्रकार पं. झाबरमल्ल शर्मा से जुड़ा अनुभव भी साझा किया। कार्यक्रम के विशेष अतिथि जनसंपर्क आयुक्त अनुपम राजन ने सम्मानित होने वाले पत्रकारों को बधाई देते हुए कहा कि आपने अपने-अपने क्षेत्र में जो उपलब्धियां अर्जित की हैं, नि:संदेह इस तरह के पुरस्कार उसकी सामाजिक स्वीकृति भी हैं।

पत्रकारिता एवं शोध के क्षेत्र में सप्रे संग्रहालय जो कार्य कर रहा है उसकी कहीं और मिसाल नहीं है। सम्मानित पत्रकारों की ओर से जबलपुर के वरिष्ठ पत्रकार अजित वर्मा ने कहा कि सप्रे संग्रहालय ने चार दशकों के प्रयास में शताब्दियों की विरासत समाज को सौंपी है। इसके पहले संग्रहालय की ओर से दिए जाने वाले सम्मान अतिथियों ने प्रदान किए। इसके तहत शॉल,श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाते हैं। आरंभ में संग्रहालय के संस्थापक संयोजक विजय दत्त श्रीधर ने स्वागत् वक्तव्य देते हुए आयोजन के उद्येश्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन राकेश पाठक ने किया ।

इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम में हुकुमचंद नारद सम्मान से अजित वर्मा तथा राकेश दुबे,माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार अजीत सिंह, संतोष कुमार शुक्ल लोक संप्रेषण पुरस्कार मंगला प्रसाद मिश्र, बलदेव सिंह पुरस्कार ममता यादव (सामाजिक सरोकार पत्रकारिता के लिए)जगदीश प्रसाद चतुर्वेदी पुरस्कार राजेश शर्मा, झाबरमल्ल शर्मा पुरस्कार (टीवी पत्रकारिता के लिए)प्रवीण दुबे,केपी नारायणन पुरस्कार श्रद्धा देसाई, राजेन्द्र नूतन पुरस्कार आदेश प्रताप सिंह भदौरिया, यशवंत अरगरे पुरस्कार ऋचा नेमा राय,वेद कुमार मौर्य,जगत पाठक पुरस्कार डा. मयंक चतुर्वेदी,आरोग्य सुधा पुरस्कार शशिकांत तिवारी तथा होमई ब्यारावाला पुरस्कार (फोटो पत्रकारिता ) पृथ्वीराज



इस खबर को शेयर करें


Comments