मल्हार मीडिया ब्यूरो।
पश्चिम बंगाल के धुलागढ़ में सांप्रदायिक हिंसा की रिपोर्टिंग को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जी न्यूज से खासी नाराज हैं। उन्होंने चैनल के एडिटर सुधीर चौधरी, महिला रिपोर्टर पूजा मेहता और कैमरापर्सन तन्मय मुखर्जी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। मामला 153(A) जैसी गैर जमानती धाराओं के अंतर्गत दर्ज किया गया है। उन्होंने इसकी जानकारी अपनी फेसबुक वाल पर भी दी है। सुधीर चौधरी के अनुसार जिस तरह एक मुख्यमंत्री मीडिया के दमन की कोशिश कर रही है, वो लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। आगे से कोई भी मीडिया हाउस दंगों की कवरेज करने से बचेगा। उन्होंने कहा कि ये पत्रकारिता पर अंकुश लगाने की साजिश है। सोचिए मेरी युवा रिपोर्टर जो कोलकाता में रहती है, उस महिला पत्रकार पर एक महिला मुख्यमंत्री किस तरह का दवाब बना रही है।
दरअसल अपने प्रोग्राम ‘डीएनए’ में सुधीर चौधरी ने ये दावा किया था कि धुलागढ़ में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर सोशल मीडिया, वॉट्सऐप और ई-मेल के जरिए उनसे संपर्क किया था और कहा था कि कोई भी मीडिया इस खबर को नहीं दिखा रहा है, इसलिए जी न्यूज से ये उम्मीद है कि वह इस खबर को जरूर दिखाएगा। चौधरी ने शो में आगे कहा कि इसलिए जी न्यूज ने इस पूरी खबर की पड़ताल की और पूरे सच को सामने लाया। हालांकि जी न्यूज की रिपोर्टिंग के बाद अब सुधीर चौधरी और उनके एक रिपोर्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि हाल ही में पश्चिम बंगाल के संकराइल थाना क्षेत्र स्थित धुलागढ़ इलाके में दो गुटों के बीच हिंसक की खबरें सामने आईं थीं। हालात एक धार्मिक जुलूस के रास्ते को लेकर बिगड़े थे। ईद-उल-नबी की जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच कथित संघर्ष के बाद तनाव पैदा हो गया था। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, कुछ स्थानिय लोगों का कहना था कि जुलूस पर पथराव किया गया था, जबकि कुछ लोगों का कहना था कि हिंसा किसी ने नहीं भड़काई थी।
हालांकि, मामला उस समय बीच-बचाव के बाद सुलझा लिया गया था, लेकिन अगले दिन एक समुदाय के उपद्रवियों ने धुलागढ़ के बनर्जी पाड़ा, दावनघाटा, नाथपाड़ा में दूसरे समुदाय के मकानों और दुकानों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। हिंसा के दौरान अराजक तत्वों ने जमकर बमबारी की। उपद्रवियों की भीड़ ने दुकानों के साथ-साथ कई घरों में भी लूटपाट की। कई घरों और दुकानों को आग के हवाले भी कर दिया। इससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
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