मल्हार मीडिया ब्यूरो।
विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से रिमोट वोटिंग मशीन से चुनाव कराने के प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला किया है।
यह जानकार पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिहं ने विपक्षी दलों से बैठक के बाद दी।
उन्होंने कहा कि रिमोट वोटिंग मशीन के प्रस्ताव में भारी राजनीतिक विसंगतियां, प्रवासी मजदूरों की परिभाषा स्पष्ट नहीं।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने 29 दिसंबर को कहा था कि उसने चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए घरेलू प्रवासी वोटरों के लिए रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का एक शुरुआती मॉडल तैयार किया है।
चुनाव आयोग ने 16 जनवरी को रिमोट वोटिंग मशीन पर चर्चा को लेकर एक मीटिंग बुलाई है।
इस मीटिंग में आयोग ने सभी राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों और महासचिवों को बुलाया है।
इस मीटिंग ब में सभी राजनीतिक दलों के समक्ष इस मशीन का प्रदर्शन किया जाएगा। रिमोट वोटिंग मशीन का मकसद किसी को भी अपने वोटिंग अधिकार से वंचित नहीं रखना है।
देश के किसी भी कोने में या भारत से बाहर रह रहा प्रत्येक मतदाता अपने माताधिकार प्रयोग कर सके। इसी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की जानकारी दी थी।
रिमोट वोटिंग मशीन, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का ही मोडिफाइड वर्जन है।
इसके जरिए भारत से बाहर रहने वाले प्रवासियों को भी वोट करने में आसानी होगी, लेकिन कांग्रेस इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठा रही है।
हालांकि कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियां ईवीएम को लेकर भी सवाल उठाती रही हैं।
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