मल्हार मीडिया ब्यूरो।
किसान पंजाब से दिल्ली कूच करना चाहते हैं. प्रदर्शनकारी शंभू बॉर्डर पर डटे हैं. किसानों का कूच रोकने के लिए दिल्ली की सभी सीमाओं पर सुरक्षा चाक चौबंद है. शंभू बॉर्डर पर दंगा रोधी पुलिस के 700 जवान तैनात हैं. पंजाब से हरियाणा जाने वाली भारी मशीनों की आवाजही पर रोक है. अंबाला से सोनीपत तक हरियाणा पुलिस भी चौकस है. किसानों के दिल्ली कूच से जुड़ी हर अपडेट जानने के लिए आप टीवी9 भारतवर्ष के साथ बने रहिए.
पंजाब सरकार रोकती है तो उसे भी देंगे जवाब: किसान नेता पंढेर
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि अभी तक हमें सरकार की ओर से बातचीत की कोई चिट्ठी नहीं मिली है. अगर बुलाया आता है तो उस पर हम विचार करेंगे. अगर पंजाब सरकार हमें रोकती है तो हम उसको भी जवाब देंगे. हम शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली कूच करना चाहते थे, लेकिन बीच में ही यह सब हो गया.
कल और परसों प्रदर्शन नहीं करेंगे किसान नेता
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. मीडिया को संबोधित करते हुए किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि कल और परसों शांति रहेगी. हम नीति बनाएंगे. परसों हम दोनों फोरमों की रणनीति आपके सामने रखेंगे फिर आगे की प्लानिंग की जाएगी.
शंभू बॉर्डर पर आपस में भिड़े किसान नेता, एक दूसरे को भला-बुरा कहा
शंभू बॉर्डर पर मंच से जब किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आज के लिए आंदोलन को विराम देने और कल दिल्ली कूच का ऐलान किया तो दीप सिद्धू के संगठन से जुड़े लोगों ने किसान नेताओं को भला-बुरा कहते हुए मंच से नीचे उतार दिया और मंच को पूरी तरह से कैप्चर कर लिया.
खनौरी बॉर्डर पर उग्र किसानों ने जमकर किया बवाल, हमले में 12 पुलिसकर्मी घायल
खनौरी बॉर्डर पर भी प्रदर्शनकारी किसानों ने जमकर हंगामा काटा है. किसानों ने पराली में मिर्च पाउडर डालकर पुलिस का घेराव करते हुए पथराव किया है. बताया जा रहा है कि किसानों ने गंडासे का इस्तेमाल करते हुए पुलिसकर्मियों पर हमला किया. इसमें करीब 12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये हैं.
शंभू बॉर्डर पर जबरदस्त हंगामा, दिल्ली कूच करने के कोशिश कर रहे किसान
शाम होते ही शंभू बॉर्डर पर युवा किसान लगातार आगे बढ़ने और हरियाणा की सीमा में दाखिल होने का दबाव बना रहे हैं. इस दौरान रुक-रुक कर युवा किसानों की भीड़ हरियाणा की सीमा की और बढ़ने का प्रयास कर रही है. जिसके बाद हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज के द्वारा जमकर आंसू गैस को गोले छोड़े जा रहे हैं. आंसू गैस के गोलों के जवाब में युवा किसान की ओर से भी आतिशबाजी की जा रही है.
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