मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश की मेजबानी में हो रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में पहली बार वॉटर स्पोर्ट्स के मुकाबले हो रहे हैं।
भोपाल के बड़े तालाब स्थित राज्य वॉटर स्पोर्ट्स अकादमी में 1 से 3 फरवरी तक कयाकिंग के रोमांचक मुकाबले देखने मिलेंगे।
मध्यप्रदेश इस बार कयाकिंग-कैनोइंग स्पर्धा में पदक का प्रबल दावेदार है। प्रदेश के 20 खिलाड़ी कयाकिंग-कैनोइंग में भाग लेंगे।
कयाकिंग एडवेंचर स्पोर्टस की दुनिया में बेहद लोकप्रिय खेल है और युवाओं में इसे लेकर खासी रुचि रहती है। यही वजह है कि 30 जनवरी से मध्यप्रदेश में शुरु हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में कयाकिंग को शामिल किया गया है।
कयाकिंग का खेल काफी समय से ओलंपिक का हिस्सा रहा है। साल 1924 के पेरिस ओलंपिक में इस खेल को केवल Demonstration के लिए शामिल किया गया था।
लेकिन वर्ष 1936 बर्लिन ओलंपिक से ही कनोइंग और कयाकिंग को प्रतिस्पर्धा के रूप में शामिल किया गया।
क्या है कयाकिंग
कयाक एक विशेष प्रकार की नाव को कहा जाता है, जिसमें बैठ कर खिलाड़ी पल्ला यानि पैडल हाथ से चलाते हुए स्थिर पानी में आगे बढ़ते हैं। पैडल के दोनों सिरे पानी में मारते हुए आगे जाना होता है। इसमें होने वाली दौड़ में आमतौर पर दूरी 200 मीटर, 500 मीटर और 1000 मीटर की होती है। खिलाड़ी एक निश्चित लेन से अपनी दौड़ शुरु करते हैं और जो फिनिश लाइन सबसे पहले पार करता है वह विजेता कहलाता है।
कयाकिंग में सिंगल्स यानि एकल, पेयर यानि दो खिलाड़ियों की जोड़ी और चार खिलाड़ियों की टीम के ईवेंट्स देखे जाते हैं। कयाक स्लालम में केनू स्लालम की तरह ही बहते पानी में कयाक ले जानी होती है। इसमें हरे (Downstream) और लाल (Upstream) गेट के बीच से खिलाड़ी अपनी कयाक सबसे कम समय में ले जाने की कोशिश करते हैं।
भारतीय युवाओं में टेलेंट ढूंढने की कोशिश
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में इस बार वॉटर स्पोर्ट्स के जरिए ईवेंट्स का पूरा नया सेक्शन जोड़ा जा रहा है। इसमें कयाकिंग और कनोइंग की अलग-अलग स्पर्धाएँ देखने को मिलेंगी। कयाकिंग के खेल में अंडर-18 बालक एवं अंडर-18 बालिका वर्ग में कुल 10 ईवेंट होंगे। पहले ईवेंट में स्लालम K1 होगा। इसके अलावा स्प्रिंट भी होंगी, जिनमें K1 यानि एकल वर्ग में 200 मीटर और 1000 मीटर की रेस होगी। K2 स्प्रिंट में दो खिलाड़ियों की जोड़ी 1000 मीटर की दौड़ में भाग लेगी। जबकि K4 स्प्रिंट में चार खिलाड़ी 500 मीटर की कयाक दौड़ में हिस्सा लेते नजर आएंगे।
कयाकिंग और केनोइंग के मुकाबले मध्यप्रदेश वॉटर स्पोर्ट्स अकादमी भोपाल, महेश्वर और खरगोन में 1 से 3 फरवरी के बीच होंगे। भोपाल में दिसंबर 2022 में ही केनोइंग की राष्ट्रीय जूनियर प्रतियोगिताएँ हुई थीं और खेलो इंडिया गेम्स में वॉटर स्पोर्ट्स के लिए इस शहर की तैयारी पूरी है।
भारत में इंडियन कयाकिंग एंड कनोइंग एसोसिएशन इस खेल को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। साल 2006 के एशियाई खेलों में भारत के माईसनम संजीत सिंह और सोलाबो ने पुरुषों के केनोइंग डबल्स ईवेंट के फाइनल में जगह बनाई थी, जिसके बाद से ही इस खेल को खेल मंत्रालय द्वारा विशेष प्राथमिकता देते हुए तैयारी की जा रही है।
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