मल्हार मीडिया डेस्क।
राजस्थान विधानसभा में आज शुक्रवार 10 फरवरी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश का बजट पेश कर रहे थे। तकरीबन 7-8 मिनट तक बोलने के बाद वो अचानक रुक गए। इसके बाद काफी हंगामा होने लगा। फिर
विपक्ष का आरोप है कि सीएम पुराना बजट पढ़ने लगे थे. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी इसको लेकर मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधा।
वसुंधरा राजे ने कहा कि बजट बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है और मैं जब मुख्यमंत्री थी तो दो-तीन बार बजट को पढ़ती थी।
उन्होंने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री इतने बड़े डॉक्यूमेंट में लापरवाही कर सकता है, आप समझ सकते हैं कि उसके राज में प्रदेश कितना सुरक्षित है?
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्ष सदन के वेल में ही बैठ गया। उसने आरोप लगाया कि बजट लीक हो गया है। सीएम पुराना बजट ही पढ़ रहे थे. ये राजस्थान के बजट इतिहास में एक बड़ी भूल है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार (10 फरवरी) को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिछले साल का बजट पढ़ने को लेकर तंज कसा, उन्होंने कहा कि गलती किसी से भी हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा, ''राजस्थान में गड़बड़ है।
उन्होंने( सीएम गहलोत) ने पिछले साल का बजट इस साल पढ़ लिया। खैर कोई नहीं गलती तो कोई भी कर सकता है।
भगवान की कृपा रहे, लेकिन कभी किसी की हालत ऐसी नहीं होनी चाहिए ।'' गहलोत ने अपने बजट भाषण में पुराने बजट की कुछ पंक्तियां गुरुवार (9 फरवरी) को पढ़ दी थी।
दरअसल सीतारमण संसद में यूनियन बजट को लेकर हो रही आम चर्चा का जवाब दे रही थीं.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार ने दो बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई, लेकिन कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश सरकार में चुनाव जीतते ही डीजल पर वैट बढ़ा दिया. भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस को कोई बात नहीं करनी चाहिए ।
विपक्ष का आरोप है कि सीएम के पुराना बजट पढ़ना शुरू करने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई. इसके बाद वित्त विभाग से जुड़े अधिकारी नए बजट की कॉपी लाने के लिए भागे। लेकिन मुख्यमंत्री के अलावा कोई और बजट नहीं ला सकता है. बजट तकनीकी रूप से लीक हुआ है।
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