मल्हार मीडिया ब्यूरो।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को चित्रकूट के प्रसिद्ध रघुवीर मंदिर में पूजा-अर्चना की। फिर उद्योगपति दिवंगत अरविंद भाई मफतलाल के जन्म शताब्दी समारोह के मौके पर टिकट जारी किया। वहीं, उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर तैयार होने वाला है। उन्होंने इसके लिए हिंदू नेता जगदगुरु रामभद्राचार्य के प्रयासों के लिए सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा। इसके निर्माण में हिंदू आध्यात्मिक नेता जगद्गुरु रामभद्राचार्य के योगदान की सराहना की। मध्यप्रदेश के चित्रकूट में जगद्गुरु रामभद्राचार्य की तुलसी पीठ में एक सार्वजनिक समारोह में बोलते हुए पीएम ने यह भी कहा कि संस्कृत न केवल परंपराओं की भाषा है, बल्कि हमारी प्रगति और पहचान की भी भाषा है।
प्रधानमंत्री ने सभा में उपस्थित हिंदू नेताओं के जयकारे लगाते हुए कहा कि जगदगुरु रामभद्राचार्य जी ने हर देशवासी के एक सपने को पूरा करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
राम मंदिर, जिसके लिए आपने कोर्ट के अंदर और बाहर इतना योगदान दिया है, वह भी तैयार होने जा रहा है। उन्होंने राम मंदिर के अभिषेक समारोह के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा उन्हें दिए गए निमंत्रण का भी उल्लेख किया। इसके 22 जनवरी को होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य की बुद्धिमत्ता की प्रशंसा करते हुए कहा कि ज्ञान का यह स्तर कभी व्यक्तिगत नहीं होता, यह ज्ञान एक राष्ट्रीय खजाना है। पीएम ने नौ प्रमुख राजदूतों में से एक के रूप में स्वच्छ भारत मिशन में उनके योगदान को भी याद किया। इस अवसर पर उन्होंने जगद्गुरु रामभद्राचार्य द्वारा लिखित तीन पुस्तकों 'अष्टाध्यायी भाष्य', 'रामानंदाचार्य चरितम्' और 'भगवान श्रीकृष्ण की राष्ट्रलीला' का विमोचन किया।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छता, स्वास्थ्य और स्वच्छ गंगा जैसे राष्ट्रीय लक्ष्य अब साकार हो रहे हैं। संस्कृत भाषा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हजारों साल पुराने गुलामी के दौर में भारत की संस्कृति और विरासत को उखाड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्तियों द्वारा गुलामी की मानसिकता को आगे बढ़ाया गया। उसकी वजह से संस्कृत के प्रति शत्रुता की भावना पैदा हुई। संस्कृत न केवल परंपराओं की भाषा है, बल्कि यह हमारी प्रगति और पहचान की भी भाषा है। उन्होंने देश में सरकार द्वारा संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए पिछले नौ वर्षों में प्रयासरत होने का उल्लेख किया। पीएम ने यह भी विश्वास जताया कि चित्रकूट विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा।
तुलसी पीठ, चित्रकूट में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सामाजिक सेवा संस्थान है। इसकी स्थापना 1987 में जगद्गुरु रामभद्राचार्य द्वारा की गई थी। यह हिंदू धार्मिक साहित्य के अग्रणी प्रकाशकों में से एक है।
दिन की शुरुआत में चित्रकूट पहुंचने के बाद, पीएम मोदी ने प्रसिद्ध रघुवीर मंदिर में पूजा-अर्चना की। फिर उद्योगपति दिवंगत अरविंद भाई मफतलाल के जन्म शताब्दी समारोह को चिह्नित करने के लिए एक समारोह को संबोधित किया।
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार दोपहर 1.52 बजे चित्रकूट पहुंचे। यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। पीएम ने सबसे पहले रामचरित मानस की दो चौपाइयां पढ़ीं। कहा- चित्रकूट सब दिन बसत, प्रभु सिय लखन समेत, कामद भे गिरि राम प्रसादा। अवलोकत अपहरत बिषादा। इसके बाद पीएम ने इनका अर्थ बताया और कहा कि कहा कि कामतानाथ पर्वत के अवलोकन से ही सभी पापों का नाश हो जाता है। चित्रकूट में भगवान राम, लक्ष्मण और जानकी हमेशा विराजमान रहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं मफतलाल की समाधि पर फूल अर्पित करने गया हूं। अस्पताल का भ्रमण किया है। मानव सेवा का महान हिस्सा बनने के लिए सद्गुरु सेवा संघ टेस्ट का भी महान योगदान है। मुझे विश्वास है कि जानकीकुंड चिकित्सालय से लाखों मरीज को नया जीवन मिलेगा। पीएम ने कहा कि मैंने भाई अरविंद मफतलाल की जयंती पर उनके नाम का डाक टिकट जारी किया है।
वहीं, उन्होंने कहा कि जो अपने जीवन काल में उत्तम काम करता है, उसकी सराहना तो होती है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि अरविंद भाई का परिवार उनकी पुरानी पूंजी को लगातार संजोए है। मैं उनको और उनके पूरे परिवार को विशेष बधाई देता हूं।
वहीं, उन्होंने कहा कि संत रणछोड़दास महाराज का संकल्प था कि भूखे को अन्न, गरीबों को वस्त्र और नेत्ररोगियों की आंखों का इलाज मुफ्त होना चाहिए। इसी मकसद से सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय का शुभारंभ किया गया। इस अस्पताल में मोतियाबिंद का पहला ऑपरेशन टार्च की रोशनी में किया गया था।
गोपाल सूरदास जी महाराज के अनन्य सेवक व भक्त अरविंद भाई मफतलाल ने कार्तिक माह की चतुर्थी यानि 30 अक्टूबर 2011 को अंतिम सांस ली थी। यहीं पर उनकी समाधि भी बनाई गई थी। सेठ अरविंद भाई मफतलाल की जयंती अंग्रेजी तारीख के बजाय तिथि के हिसाब से प्रति वर्ष मनाई जाती है।
इससे पहले पीएम मोदी चित्रकूट पहुंचते ही श्री रघुवीर मंदिर गए। यहां उन्होंने विशेष पूजा की। इसके बाद श्री राम संस्कृत महाविद्यालय में कक्षाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगू भाई पटेल भी साथ रहे। प्रधानमंत्री श्री सद्गुरु सेवा संघ के ट्रस्ट द्वारा आयोजित दिवंगत अरविंद भाई मफतलाल के शताब्दी वर्ष समारोह में भी शिरकत की। उन्होंने सद्गुरु संघ सेवा ट्रस्ट की प्रदर्शनी और सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। स्वामी रामभद्राचार्य महाराज की पाणिनि अष्टाध्यायी पर लिखी पुस्तक का विमोचन किया।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा और व्यवस्था में किसी तरह की खामी न रहे, इसके लिए गुरुवार को दो बार सेना के दो हेलीकॉप्टर से हेलीपैड पर अभ्यास व आसपास के इलाके का दूरबीन से निरीक्षण किया गया। पीएम के काफिले वाली कारों ने हेलीपैड से लेकर जानकीकुंड अस्पताल के विभिन्न प्रकल्प, रघुवीर मंदिर व तुलसी पीठ तक का जायजा लिया। इस दौरान आरोग्यधाम व पुराने बस स्टैंड से मार्ग को बंद कर दिया गया था।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री धर्मनगरी में लगभग ढाई घंटे के दौरे पर रहे। चित्रकूट (मध्य प्रदेश) में चुनाव आचार संहिता के चलते यह दौरा पूरी तरह से गैर राजनीतिक बताया गया। गुरुवार को पीएमओ कार्यालय की टीम व एसपीजी के नेतृत्व में तीसरी बार सुरक्षा व्यवस्था व रूट मार्च किया गया। ड्रोन कैमरे से भी आसपास के इलाके में संदिग्धों की तलाश की गई।
Comments