पीएम मोदी ने 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव रखी

राष्ट्रीय            Aug 06, 2023


मल्हार मीडिया भोपाल।

एक ऐतिहासिक पहल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव रखी. पीएम मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के साधनों के विकास पर जोर देते रहे हैं. यह देखते हुए कि रेलवे देश भर में लोगों के परिवहन का पसंदीदा साधन है, उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 9 अगस्त वो तारीख है, जब ऐतिहासिक क्विट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत हुई थी. महात्मा गांधी ने यह मंत्र दिया था और क्विट इंडिया मूवमेंट ने स्वतंत्रता की तरफ भारत के कदमों में नई ऊर्जा पैदा कर दी थी. इसी से प्रेरित होकर आज पूरा देश हर बुराई के लिए कह रहा है क्विट इंडिया. चारो तरफ एक ही गूंज है भ्रष्टाचार क्विट इंडिया. परिवारवाद क्विट इंडिया, तुष्टिकरण क्विट इंडिया. आओ इस क्रांति के महीने में हम सभी हिंदुस्तानी 2047 तक भारत को विकसित बनाने का संकल्प लें.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से पहले देश में 6000 से भी कम रेलवे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज थे. हालांकि अब यह बढ़कर 10,000 से अधिक हो गया है. जल्द ही सभी रेल ट्रैकों का विद्युतीकरण कर दिया जाएगा. पिछले नौ साल में सौर पैनलों से बिजली पैदा करने वाले रेलवे स्टेशनों की संख्या 1,200 से अधिक हो गई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में विपक्ष का एक धड़ा आज भी पुराने ढर्रे पर चल रहा है. देश ने आज की और भविष्य की जरूरतों की चिंता करते हुए संसद की आधुनिक ईमारत बनवाई. लेकिन विपक्ष के इस धड़े ने नई संसद का भी विरोध किया. हमने कर्तव्यपथ का भी विकास किया, तो इन्होंने उसका भी विरोध किया.

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले नौ साल में हमने रेलवे में रिकॉर्ड निवेश किया है. रेलवे के इस साल के बजट में 2.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का आवंटन किया गया है. यह बजट 2014 के बजट से पांच गुना ज्यादा है. जल्द ही पूर्वोत्तर राज्यों की सभी राजधानियां रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएंगी. नागालैंड में 100 साल में दूसरा रेलवे स्टेशन बना. पूर्वोत्तर में नई लाइनों की कमीशनिंग पहले की तुलना में तीन गुना ज्यादा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रेलवे में जिस तरह से काम हुआ है, किसी भी प्रधानमंत्री का मन करेगा कि इनका जिक्र 15 अगस्त को लाल किले से करे. जब 15 अगस्त सामने है तो मन बहुत लालायित होता है कि उसी दिन इसकी चर्चा करूं. आज यह इतना विराट आयोजन हो रहा है कि देशे के कोने-कोने से लोग जुड़ें हैं कि मैं अभी इस बात पर इतने विस्तार से चर्चा कर रहा हूं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रेलवे में जितना काम हुआ है वह हर किसी को प्रसन्न और हैरान करती है. दुनिया में दक्षिण अफ्रीफा, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है उससे अधिक रेल ट्रैक हमारे देश में इन 9 वर्षों में बिछाए गए हैं. साउथ कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में कुल जितना रेल ट्रैक है उससे अधिक रेल ट्रैक भारत में अकेले पिछले साल बनाए हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में देश ने अपनी विरासत पर गर्व का भी संकल्प लिया है. ये अमृत रेलवे स्टेशन उसके भी प्रतीक बनेंगे. इन स्टेशनों में देश की संस्कृति और स्थानीय विरासत की झलक दिखेगी. हर अमृत स्टेशन, शहर की आधुनिक आकांक्षाओं और प्राचीन विरासत का प्रतीक बनेगा.

पीएम मोदी ने कहा कि शहरों की सारी गतिविधियां रेलवे स्टेशन के आसपास ही होती हैं. इसलिए, हमारे रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और आधुनिकीकरण करना और रेलवे के क्षेत्र का इष्टतम उपयोग करना महत्वपूर्ण है. सरकार ने स्टेशनों को शहर और राज्यों की पहचान से जोड़ने के लिए वन स्टेशन- वन प्रोडक्ट योजना भी शुरू की है, इससे पूरे इलाके के लोगों को, कामगारों-कारीगरों को फायदा होगा साथ ही जिले की ब्रांडिंग भी होगी.

पीएम मोदी ने कहा कि देश का लक्ष्य हर व्यक्ति और नागरिक के लिए रेल यात्रा को आरामदायक और संतोषजनक बनाना है. यह लोगों को ट्रेन से स्टेशन तक बेहतरीन अनुभव देने का एक प्रयास है…आज देश के हजारों रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाईफाई कनेक्शन है. रेलवे को हमारे देश की लाइफ लाइन कहा जाता है. इसके साथ ही हमारे शहरों की पहचान भी उनके रेलवे स्टेशन से जुड़ी होती है. समय के साथ ये रेलवे स्टेशन अब heart of the city बन गए हैं. शहर की प्रमुख गतिविधियां रेलवे स्टेशनों के आसपास ही होती है.

पीएम मोदी ने कहा कि ‘पिछले कुछ वर्षों में रेलवे में बहुत सारे काम हुए हैं. पिछले नौ वर्षों में दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन में रेलवे नेटवर्क से भी अधिक रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं. आप काम के पैमाने की कल्पना कर सकते हैं. भारत मे आज आधुनिक ट्रेनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. आज देश का लक्ष्य है कि रेलवे की यात्रा हर यात्री के लिए, हर नागरिक के लिए सुलभ हो और सुखद भी हो. अब ट्रेन से लेकर स्टेशन तक आपको बेहतर अनुभव देने का प्रयास है.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘508 अमृत भारत रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास पर काम आज से शुरू हो रहा है. लगभग 25,000 करोड़ इन 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्विकास पर खर्च किया जाएगा. आप कल्पना कर सकते हैं कि बुनियादी ढांचे, रेलवे और सबसे महत्वपूर्ण रूप से मेरे देश के आम लोगों के लिए यह कितना बड़ा अभियान होगा.’

पीएम मोदी ने कहा कि भारत के करीब 1,300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे. इनमें से आज 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्निर्माण का काम शुरू हो रहा है. इन 508 स्टेशनों के नवनिर्माण पर करीब 25 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसका लाभ देश के लगभग सभी राज्यों को मिलेगा. जैसै उत्तर प्रदेश में करीब साढ़े 4 हजार करोड़ रुपये के खर्च से 55 स्टेशन को विकसित किया जाएगा. राजस्थान के भी 55 रेलवे स्टेशन अमृत भारत रेलवे स्टेशन बनेंगे. मध्य प्रदेश में 1,000 करोड़ रुपये के खर्च से 34 स्टेशन का कायाकल्प होने वाला है. महाराष्ट्र में 44 स्टेशन के विकास के लिए डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे.

पीएम नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत, जो विकसित होने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, अपने अमृत काल की शुरुआत में है. नई ऊर्जा, नई प्रेरणा और नए संकल्प हैं और इसी भावना के साथ, भारतीय रेलवे के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है.’

अमृत भारत स्टेशन योजना देश भर में 1309 रेलवे स्टेशनों को बदलने और पुनर्जीवित करने की योजना है. आज पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किए जाने के बाद यह रेल स्टेशनों में नई जान फूंक देगी और यात्रियों के सुखद अनुभव को बढ़ाएगी. अमृत भारत स्टेशन योजना लंबे समय तक निरंतरता के आधार पर स्टेशनों के विकास की परिकल्पना करती है.

उत्तर प्रदेश में लखनऊ का बादशाहनगर, कानपुर सेंट्रल और झांसी राज्य में पुनर्विकसित किए जा रहे प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से हैं. अगले 3 साल के दौरान कानपुर सेंट्रल स्टेशन के पुनर्विकास पर लगभग 767 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जबकि झांसी पर 477 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. जब  पीएम मोदी आधारशिला रखेंगे और सभा को संबोधित करेंगे, तब यूपी सरकार के कई मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और यहां तक कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के राज्य में 55 स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की उम्मीद है.

ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55 स्टेशन हैं. बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15 और कर्नाटक में 13 स्टेशन इस परियोजना में शामिल हैं.

रेल विभाग का लक्ष्य इन स्टेशनों के पुनर्विकास काम को 2025 तक पूरा करना है. प्रधानमंत्री मोदी खुद इस परियोजना के काम की निगरानी कर रहे हैं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ‘इन स्टेशनों का विकास हमारी सरकार का एक प्रमुख फोकस है. हमारे प्रधानमंत्री निजी रूप से इन रेलवे स्टेशनों की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने इन स्टेशनों के डिजाइन में इनपुट दिए हैं और वह इन 508 स्टेशनों की नींव रखेंगे.’

पीएम मोदी ने एक ट्वीट करके कहा कि ‘6 अगस्त रेलवे क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन है. सुबह 11 बजे ऐतिहासिक अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी जाएगी. लगभग 25,000 करोड़ रुपये की लागत से होने वाला पुनर्विकास हमारे देश में रेलवे के बुनियादी ढांचे की कल्पना में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा. यह ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बढ़ावा देगा और आराम के साथ-साथ सुविधा भी बढ़ाएगा. यह सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष ध्यान रखा गया है कि स्टेशन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला के अनुरूप हों.’

इस नजरिये से प्रेरित होकर देश भर में 1309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई थी. इस योजना के तहत 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इन स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा. शहरों के दोनों किनारों के उचित विकास के साथ इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं. यह एकीकृत नजरिया रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित शहर के पूरे विकास को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं.

अमृत रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव रखने के दौरान अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से पहले देश में 6000 से भी कम रेलवे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज थे. हालांकि अब यह बढ़कर 10,000 से अधिक हो गया है. जल्द ही सभी रेल ट्रैकों का विद्युतीकरण कर दिया जाएगा. पिछले नौ साल में सौर पैनलों से बिजली पैदा करने वाले रेलवे स्टेशनों की संख्या 1,200 से अधिक हो गई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पुनर्विकसित किए जा रहे ये सभी रेलवे स्टेशन भारत की गौरवशाली विरासत के प्रतीक बनेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में विपक्ष का एक धड़ा आज भी पुराने ढर्रे पर चल रहा है. देश ने आज की और भविष्य की जरूरतों की चिंता करते हुए संसद की आधुनिक ईमारत बनवाई. लेकिन विपक्ष के इस धड़े ने नई संसद का भी विरोध किया. हमने कर्तव्यपथ का भी विकास किया, तो इन्होंने उसका भी विरोध किया. उन्होंने कहा, ‘9 अगस्त वह तारीख है, जब ऐतिहासिक क्विट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत हुई थी. महात्मा गांधी ने यह मंत्र दिया था और क्विट इंडिया मूवमेंट ने स्वतंत्रता की तरफ भारत के कदमों में नई ऊर्जा पैदा कर दी थी. इसी से प्रेरित होकर आज पूरा देश हर बुराई के लिए कह रहा है क्विट इंडिया. चारों तरफ एक ही गूंज है भ्रष्टाचार क्विट इंडिया. परिवारवाद क्विट इंडिया, तुष्टिकरण क्विट इंडिया. आओ इस क्रांति के महीने में हम सभी हिंदुस्तानी 2047 तक भारत को विकसित बनाने का संकल्प लें.’

 



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