लोकसभा स्पीकर ने बुलाई सभी दलों की बैठक, बोले सरकार चर्चा को तैयार

राष्ट्रीय            Jul 25, 2023


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

संसद में मंगलवार को भी मणिपुर मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने मणिपुर पर पीएम मोदी के बयान की मांग को लेकर नारेबाजी की।लोकसभा में सांसदों ने सदन में नारेबाजी की और अध्यक्ष की आसंदी के पास पहुंचकर इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए।
वहीं, राज्यसभा में मणिपुर के मसले पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत विपक्षी दल स्थगन प्रस्ताव लेकर आए थे।

इसे लेकर बीजेपी सांसद हंगामा करने लगे। उधर, राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए सस्पेंड किए गए आप सांसद संजय सिंह संसद परिसर में ही विरोध प्रदर्शन के दौरान बैठे हुए हैं।

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 संसद में हंगामे के बीच विपक्ष सरकार के खिलाफ बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी।

सूत्रों के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है. इसे कल सदन में रखा जाएगा।

गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में गतिरोध को लेकर विपक्षी सांसदों को चिट्ठी लिखी।

शाह ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखा। उन्होंने मणिपुर पर चर्चा की बात कही।

शाह ने इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से भी मुलाकात की.

मंगलवार शाम पांच बजे लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं।

शाह ने खेती-किसानी और सहकारिता की बात की. विपक्ष ने मणिपुर-मणिपुर, शेम-शेम, जवाब दो-जवाब दो, वी वॉन्ट जस्टिस (हमें न्याय चाहिए) के नारे लगाए।

वहीं विपक्षी सांसद पोस्टर लेकर सदन में खड़े हुए तो अमित शाह ने कहा कि और जोर से नारे लगाइए।

 आपको न दलितों में इंटरेस्ट है और न ही सहकारिता में. इसलिए नारेबाजी कर रहे हैं. अमित शाह सदन में बयान देते रहे और विपक्षी सांसद शोरशराबा करते रहे।

 इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद में  जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए मंगलवार को सभी पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलाई।

इस बैठक में सरकार ने कहा कि वह मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।

स्पीकर के साथ सर्वदलीय बैठक में बहुजन समाज पार्टी और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का स्टैंड बाकी विपक्षी दलों से अलग रहा है. इन दोनों दलों ने कहा कि प्रधानमंत्री जवाब दें या न दें लेकिन मणिपुर पर चर्चा के दौरान वो सदन में मौजूद रहें. पीएम को अगर लगे कि कुछ बोलना चाहिए तो बोलें, अगर नहीं लगे तो न बोलें.



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