कीर्ति राणा।
मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र में भाजपा को अपने चुनावी पोस्टरों के साथ ‘नक्कालों से सावधान’ वाला पोस्टर भी चस्पा करना पड़ सकता है।
यह इसलिए कि लोग बीजेपी के भ्रम में वीजेपी प्रत्याशियों पर विश्वास ना कर बैठें।
मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी लंबे समय से अलग विंध्य राज की मांग कर रहे थे।पार्टी द्वारा गंभीरता से नहीं लेने पर नाराज विधायक त्रिपाठी ने विंध्य जनता पार्टी (वीजेपी) बना ली है।
विंध्य क्षेत्र की 43 सीटों पर वीजेपी के प्रत्याशियों को लड़ाएंगे।
रीवां और शहडोल संभाग में भाजपा, वीजेपी, कांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बनते जा रहे हैं।
राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी त्रिपाठी को वैसे भी एकाधिक पार्टियों की रणनीति का अनुभव है।
2003 में वो समाजवादी पार्टी से जीते, 2013 में कांग्रेस से और 2018 में भाजपा से जीते हैं, वक्त बताएगा वीजेपी से उनके सहित कितने प्रत्याशी जीतेंगे।
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