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कमलनाथ ने कहा अब कौन किस नेता के नजदीक है, यह नहीं चलेगा, बावरिया बोले अनुशासन में रहें कायकर्ता

राजनीति            May 06, 2018


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश कांग्रेस में अब जिलाध्यक्षों को साफ तौर पर ताकीद कर दी गई है कि पहला तो अनुशासन बनाकर रखें दूसरा सार्वजनिक बयानबाजी और आलोचना से बचें। तीसरा अब जीतने वाले कैंडीडिट को ही महत्व दिया जायेगा कौन किसके करीब है ये नहीं चलेगा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि हमें राजनीति में हुए परिवर्तन को समझना है। आज की राजनीति बिल्कुल स्थानीय स्तर की है। हमें जीतने वाला कैंडिडेट चाहिए। अब कौन किस नेता के नजदीक है, यह नहीं चलेगा।

कमलनाथ आज प्रदेश कार्यालय में प्रदेश भर से आये जिला कांग्रेेस अध्यक्षों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें उस व्यक्ति का चयन करना है जिसके पीछे जनता खड़ी है, जिसके पीछे संगठन खड़ा है।

यदि हम ऐसे व्यक्ति की पहचान नहीं करते हैं तो न केवल अपने आप को धोखा देंगे बल्कि हम जनता को भी धोखा देंगे। श्री नाथ ने कहा कि इस मायने में हमारी ब्लाक समिति की भूमिका ही महत्वूपर्ण साबित हो सकती हैं।

हमें यह देखना है कि हमारा लोकल संगठन क्या है? गांव का संगठन क्या है? ब्लाक की समस्याऐं क्या हैं?

कमलनाथ ने कहा कि चुनौती केवल छह-सात महीने की है। मेरा अनुभव है कि आज की राजनीति में स्थानीय लोगों की बात ज्यादा सुनी जाती है। यह बड़ा राजनीतिक परिवर्तन है। उन लोगों को जोड़ें जिनका जनता पर बहुत प्रभाव है। उन्होंने कहा हमारा मुकाबला भाजपा के धन-बल से है।

अभा कांग्रेस के महासचिव और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि पार्टी गाईड लाईन का पालन करें। यह ध्यान रखें कि अनुशासन बना रहे। कितना भी बड़ा सीनियर वर्कर क्यों न हो वह अनुशासन में रहे। अपनी बात पार्टी पदाधिकारियों से कहे न कि सार्वजनिक रूप से। अब आलोचना करने और बयानबाजी की अनुमति नहीं दी जायेगी।

नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने कहा कि सभी की इच्छा और लक्ष्य एक ही है कि प्रदेश को भाजपा से मुक्त कराकर किसान सहित सभी वर्गों की मदद करने वाली सरकार बनायें। अब उल्टी गिनती शुरू हो गई है।

हमको सिर्फ 150 दिन मिलते हैं। इन दिनों में किस तरह दिन-रात मेहनत कर लक्ष्य भेद सकते हैं, यह चिंता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों की समस्याऐं अलग-अलग हैं। इसी हिसाब से प्राथमिकता तय करें। हमारे पास भाजपा को घेरने के बहुत सारे मुद्दे हैं। सबको साथ लेकर सद्भाव के साथ कार्य करने की जरूरत है।

 


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