मल्हार मीडिया भोपाल।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस नेता आक्रोशित हो गए है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि आज लोकतंत्र का काला दिन है।
वहीं, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर कार्यकर्ताओं के साथ पटरी पर लेट कर दक्षिण सुपरफास्ट ट्रेन रोक दी।
भूरिया ने कहा कि तानाशाह सरकार ने आज लोकतंत्र की हत्या की है। इसका जवाब देश की जनता देंगी। वहीं, पीसीसी मुख्यालय पर एनएसयूआई ने मशाल जुलूस निकालकर लोकतंत्र का काला दिवस के रूप में मनाया।
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं। हम इनसे लड़ेंगे और जीतेंगे। आज का दिन देश में काला दिवस के नाम से जाना जाएगा।
उन्होंने कहा कि सदन व देश में सच बोलने की आजादी तक नहीं है। कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत से राहुल गांधी के साथ खड़ी है।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है। यह सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या है।
लेकिन इनसे न राहुल गांधी जी डरने वाले है और ना ही कांग्रेस पार्टी। जब लड़ाई अंग्रेजों से थी, तब भी महात्मा गांधी जी, नेहरू जी, बाबा साहब अंबेडकर पर इस तरह की कार्यवाही होती थी।
अब लड़ाई सड़कों पर होगी। अब याचना नहीं रण होगा। अब यह लड़ाई केवल कांग्रेस नहीं, देश की आम जनता लड़ेगी।
पूर्व मंत्री और विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि यह संकेत है कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है और तानाशाही चालू हो चुकी है। पहले विपक्ष को कंट्रोल करने के लिए संसद का दुरुपयोग किया जाता था।
फिर मीडिया का दुरुपयोग किया जाने लगा, फिर एजेंसियों को दुरुपयोग होने लगा।
यह घटनाक्रम बताता है कि कोई हमारे खिलाफ बोलेगा तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं। अलोकतांत्रित तरीके से हम उसकी हत्या कर देंगे। क्या लोग यह नहीं पूछेंगे कि अडानी और मोदी जी का क्या रिश्ता है।
यह लोकतंत्र पर बड़ा प्रहार है। देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए जनता को एकजुट होना चाहिए। यह देश के संविधान के खिलाफ षड्यंत्र है। इसे बचाने के लिए हमें एकजुट होना चाहिए।
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