मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के दो प्रमुख राजनीतिक दलों का सामना करने के लिए तीसरे मोर्चे के गठन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद अब प्रदेश में तीसरा मोर्चा भी तैयार हो रहा है। इसमें गैर भाजपाई और गैर कांग्रेसी दल शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि प्रदेश के अलग-अलग सामाजिक संगठनों को भी तीसरे मोर्चे में मिलाने की तैयारी की जा रही है।
आज भोपाल के गांधी भवन में एक दर्जन राजनीतिक दलों ने मिलकर बैठक की और आगामी चुनाव के लिए रणनीति बनाई। इसमें मुख्य रूप से ओबीसी महासभा, एआईएमआईएम के प्रतिनिधि मंच पर एक साथ नजर आए. लेकिन आम आदमी पार्टी इसमें शामिल नहीं थी।
गांधी भवन में एकजुट हुए अलग-अलग दलों के नेताओं ने ‘अपनी सरकार बनाओ- संविधान बचाओ मोर्चा’ के नारे पर एकजुट होने की बात कही।
ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य लोकेंद्र गुर्जर ने कहा प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की हम तैयारी कर रहे हैं। आने वाले समय में 40 से ज्यादा पार्टी और सामाजिक संगठनों को एक मंच पर लाया जाएगा।
ओबीसी महासभा के साथ एआईएमआईएम और जयस के नेता कार्यकर्ता भी आज की बैठक में शामिल हुए. यह सभी पार्टी और संगठन मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कई मौकों पर धरने प्रदर्शन और आंदोलन कर चुके हैं।
मध्यप्रदेश में लंबे अरसे से विपक्ष में बैठी कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव के जरिए सत्ता में वापसी के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रही है. वो 2018 के परिणाम दोहराना चाहती है।
लेकिन इस सबके बीच लगातार मध्यप्रदेश में बढ़ रहे अन्य राजनीतिक दलों के दखल ने उसके लिए भी एक नई चुनौती खड़ी कर दी है।
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