मल्हार मीडिया ब्यूरो इंदौर।
आज मध्यप्रदेश की व्यसायिक राजधानी इंदौर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने रोड शो किया।
पहले तो बड़ा गणपति से रोड शो की अनुमति नहीं मिली फिर टोरी कार्नर से राजबाड़ा तक रोड शो निकाला गया। राहुल गांधी ने उज्जैन में महाकाल के दर्शन के बाद इंदौर आकर रोड शो शुरू की शुरूआत की।
शाम करीब सवा 6 बजे टोरी कॉर्नर के हनुमान मंदिर के दर्शन के बाद ये रोड शो शुरू हुआ, खजूरी बाजार होते हुए राजबाड़ा पर समाप्त हुआ।
पूरे रास्ते भारी भीड़ रही,पार्टी अध्यक्ष कमलनाथ और चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके साथ रहे।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस रोड शो में शामिल होने के लिए दिग्विजय सिंह को छोड़कर प्रदेश के करीब सभी बड़े नेता आज इंदौर में मौजूद थे।
पहले ये रोड शो बड़ा गणपति चौराहा से निकालना तय किया गया था। लेकिन, प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। काफी कोशिशों के बाद अंततः इसे टोरी कॉर्नर से राजबाड़ा तक निकाला गया।
करीब साढ़े 5 बजे राहुल गाँधी झाबुआ से इंदौर लौटे और सीधे टोरी कार्नर पहुंचे। रोड शो में उनके साथ कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा कुछ देर जीतू पटवारी भी दिखाई दिए। रोड शो के कारण जवाहर मार्ग, यशवंत रोड़ पूरी तरह से बंद हो गया।
दोनों मार्गों पर कांग्रेसियों के मंचों पर भारी भीड़। यशवंत रोड़ पर कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार पिंटू जोशी के मंच पर सबसे ज्यादा भीड़ रही।
आज सुबह इंदौर एयरपोर्ट से राहुल गाँधी का काफिला सीधे उज्जैन गया। वहां महांकाल के दर्शन के बाद राहुल गाँधी ने दशहरा मैदान पर सभा को संबोधित किया। उज्जैन से राहुल झाबुआ गए, वहाँ भी उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित किया।
कांग्रेस पार्टी ने इस रोड शो की सफलता के लिए पूरा जोर लगा दिया था। क्योंकि, इस रोड शो की कामयाबी को सत्ता की चाबी हथियाने का फार्मूला माना गया है। राहुल ने नेताओं को जीत का एक ही मंत्र दिया है, गुटबाजी छोड़कर एक लड़ी में रहो,गद्दी हमारी होगी।
कांग्रेस ने राहुल की यात्रा के लिए अपनी पूरी झोंक दी। विधानसभा टिकट के दावेदार ने इस रोड शो में जमकर ताकत दिखाई। इस कार्यक्रम का लेकर कांग्रेस में बैठकों का भी लम्बा दौर चला। दो दिन पहले वरिष्ठ नेता संजय कपूर ने कांग्रेसियों की बैठक ली थी।
रविवार को फिर प्रभारी दीपक बाबरिया ने गांधी भवन में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। बैठक के बाद रोड शो को लेकर विचार-विमर्श किया गया और सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई, ताकि कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की जा सके।
शहर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष विनय बाकलीवाल एवं राहुल गांधी रोड शो के प्रभारी भंवर शर्मा ने पहले बताया था कि रोड शो का मार्ग यथावत रखा गया है।
इसमें किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया। लेकिन, प्रशासन इसके लिए राजी नहीं हुआ।
प्रशासन ने यातायात व्यवस्था तथा सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए टोरी कार्नर से ही यात्रा की अनुमति दी। इसका कांग्रेसियों ने विरोध भी किया।
कांग्रेस का कहना था कि जब मुख्यमंत्री का रोड शो इसी मार्ग से निकल सकता है, तो राहुल गांधी के लिए इंकार क्यों?
कांग्रेसियों ने जिला प्रशासन पर भाजपा सरकार के दबाव में कार्य करने का आरोप लगाया था।
पूरे रास्ते मंच लगे
राहुल गांधी के रोड शो के स्वागत करने कांग्रेस लम्बे समय से तैयारी में लग गई थी। तीन किलोमीटर के मार्ग पर स्वागत के लिए 100-100 मीटर पर मंच लगाए गए। पूरे रास्ते में करीब 200 मंच लगे।
रोड शो की तैयारी में लगी कांग्रेस ने बड़ा गणपति चौराहा पर स्वागत मंच लगा दिया था। सूचना मिलने पर पुलिस ने उक्त मंच को वहां से हटा दिया।
इस दौरान कांग्रेसियों की पुलिस से बहस भी हुई। पुलिस ने कहा यहां मंच लगाने की अनुमति नहीं थी। देवास, धार, उज्जैन, खरगोन, रतलाम, झाबुआ, खंडवा, बुरहानपुर से भी कार्यकर्ता इंदौर पहुंचे।
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