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खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी मध्यप्रदेश करेगा

स्पोर्टस            Oct 20, 2022


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

केन्द्रीय एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज नई दिल्ली में 5वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की घोषणा की।

अशोक होटल दिल्ली में आज हुए उद्घोषणा कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री ठाकुर ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की मशाल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी मध्यप्रदेश करेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि इन खेलों के आयोजन से मध्यप्रदेश में खेलों की दिशा में नई क्रांति आयेगी।

प्रधानमंत्री ने जिस संकल्प के साथ मध्यप्रदेश को खेलो इंडिया यूथ गेम्स की जिम्मेदारी सौंपी है, उसे मध्यप्रदेश पूरी शिद्दत से निभाएगा।

 प्रदेश के 8 नगर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, महेश्वर और बालाघाट में 31 जनवरी से 11 फरवरी 2023 के बीच यह आयोजन होगा।

केन्द्रीय मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि इस बार देश के दिल मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 का आयोजन होगा। श्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में खेलों का जो वातावरण बना है, उससे अनेक खेल प्रतिभाओं ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन कर भारत का नाम रोशन किया है।

उन्होंने कहा कि मलखम्ब कभी भारत के इतिहास का हिस्सा था, आज खेलो इंडिया गेम में शामिल किया गया है।

हर तरफ इस खेल को तारीफ मिली है और बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को मलखम्ब को राज्य खेल बनाने की बधाई दी।

श्री चौहान ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का मध्यप्रदेश में ऐसा आयोजन किया जायेगा, जिसे पूरा भारत ही नहीं दुनिया भी देखेगी। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया के माध्यम से गाँव-गाँव में खेलों का विकास हो रहा है। खेल के क्षेत्र में भारत अब चमत्कार कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में भी प्रयास किए हैं। वर्ष 2003 में खेल बजट 5 करोड़ था, जो अब बढ़ कर 350 करोड़ रूपए हो गया है। प्रदेश में 18 खेलों की 11 अकादमियाँ स्थापित की गई हैं। हमारी अकादमी के बच्चे चमत्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की कोशिश की है।

खिलाड़ियों को न सिर्फ अकादमी में बुनियादी सुविधाएँ हैं बल्कि हर जिले में स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, कोचिंग और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी है।

श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में खेलों का वातावरण बनाये रखने के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएँ की जा रही हैं।

इसमें बुजुर्गों की प्रतियोगिताएँ भी करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पहली बार पारंपरिक खेल मलखंब को भी शामिल किया है।

मलखंब मध्यप्रदेश का राज्य खेल है। इस खेल में हमारे खिलाड़ियों का प्रदर्शन देश में अग्रणी है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर 3 से 7 नवंबर तक गाँव-गाँव में खेल प्रतियोगिताएँ होगी। एक जमाना था जब मध्यप्रदेश का नाम नेशनल गेम्स में ढूंढे नहीं मिलता था, लेकिन अब हमारे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बार नेशनल गेम्स में हमारे खिलाड़ी 66 मेडल जीत कर लाये हैं, मलखंब में तो ओवरऑल चेंपियन है मध्यप्रदेश। हॉकी की टीम चाहे पुरूष की हो या बेटियों की, मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों के बिना नहीं बन पाती। यह प्रदेश की उपलब्धि है।

मध्यप्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि आज हम गाँव-गाँव से टेलेंट सर्च कर प्रतिभाओं को निखार रहे हैं। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जब लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की तो दूसरे राज्यों ने इसे कॉपी किया।

पदक तालिका में सिर्फ बेटे नहीं, हमारी बेटियों ने भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पदक हासिल कर अपने हुनर को साबित किया।हमारे अनेक प्रतिभावान खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं।

कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के पारम्परिक खेल मलखम्ब और ब्रेक डांसिंग के खिलाड़ियों ने अतिथियों के समक्ष शानदार प्रदर्शन किया।

ब्रेक डांसिंग को पेरिस ओलिम्पिक-2024 में खेल के रूप में शामिल किया गया है। केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री निशित प्रमाणिक सहित केन्द्रीय एवं मध्यप्रदेश के खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

 

 



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