अर्शदीप का कैच छोड़ना याद है,आख़िरी ओवर में विकेट लेना नहीं

स्पोर्टस            Sep 05, 2022


रीवा एस सिंह।

पाकिस्तान को दो बॉल पर दो रन की ज़रूरत थी। मैच का रुख़ कुछ भी हो सकता था। हमारे जीतने की भी उतनी ही संभावना थी जितनी न जीतने की। हम हार गये। हमारी हार के कई कारण थे।

पाकिस्तान की बेहतरीन बल्लेबाज़ी, भारतीय गेंदबाज़ों का एक के बाद एक वाइड बॉल डालना। आख़िरी ओवर निर्णायक था।

हम मैच जीत जाते, सिर्फ़ वही दो रन न बन पाते तो आज आपको उसी अर्शदीप पर बेशुमार प्यार आता। आज वो आपकी आँखों का तारा होता।

उसका विकेट चटकना याद आता। लेकिन हम हार गये तो हार का सारा इल्ज़ाम अर्शदीप पर।

रिज़वान ने पैर की स्ट्रेन के बावजूद कितना शानदार खेला। उस टीम की गेंदबाज़ी भी कितनी दुरुस्त रही... अब कुछ याद नहीं।

और स्पोर्टमैनशिप! वो तो बिल्कुल याद नहीं। What the hell is that!!!

क्योंकि हमें तो पाकिस्तान को हराना है चाहें जैसे भी हो। खेल में हार-जीत लगी रहती है ये बात किताब में लिखकर उसे बंद रखने के लिये है।

आप खेल में नहीं जीते, आप, जो कि खेल भी नहीं रहे थे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर घर बैठे पॉपकॉर्न और स्नैक्स उड़ाते हुए फ़ैन बने हुए थे।

लेकिन आपने जीना मुहाल कर दिया है उस नये खिलाड़ी का जो मात्र 20 वर्ष का है, जिसने पिछले मैच में बढ़िया परफ़ॉर्म किया और इस मैच में भी ठीक ही होता अगर वो आख़िरी के दो रन पाकिस्तान न बना पाता, है न?

आप अनेकता में एकता पर ज्ञान बघारते हैं, वसुधैव कुटुम्बकम की बातें करते हैं, सबसे बड़े लोकतंत्र कहलाकर फूले नहीं समाते लेकिन आप, जी आप! आप एक मौक़ा नहीं छोड़ते नस्लभेदी टिप्पणी करने से।

आप ने देश को अपने पिताजी की जागीर समझ रखा है और तुरंत निकल जाने का फ़रमान जारी करते फिरते हैं।

आप, जिसे ख़ुद का पता नहीं है, वह उस नये खिलाड़ी को खलिस्तानी होने का प्रमाणपत्र बाँट रहा है।

अभी मौक़ा मिलेगा तो मेंटल हेल्थ (मानसिक स्वास्थ्य) पर 10 मिनट का भाषण दे डालेंगे, संवेदनशीलता की गाथाएं सुनाएंगे लेकिन आपसे न सोचा गया कि 20 घंटे की लगातार ट्रोलिंग के बाद उस मासूम लड़के पर क्या बीत रही होगी।

उसका समूचा भविष्य उसके सामने है,  उसे बहुत कुछ करना है, वह करेगा।

आप इतना ही कर सकते थे कि विकिपीडिया पर उसके नाम के साथ खलिस्तानी जोड़ दें, आपने वह कर दिया।

सरकार ने विकिपीडिया को तुरंत दुरुस्त कराया और इस कृत्य के लिये जवाब भी माँगा है। सरकार आपसे जवाब नहीं माँगेगी क्योंकि आप वो हैं जिन्हें चार मोहल्ले के बाद कोई जानता तक नहीं, जो सरकार के लिये मायने ही नहीं रखते।

खेल को खेल की तरह स्वीकारने की आदत नहीं तो न देखें।

आप नहीं देखेंगे तो भी क्रिकेट चलेगा, एशिया कप चलेगा, अर्शदीप सिंह चलेगा।

 

 



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