ओम प्रकाश।
आज महिला एशिया कप में भारत बनाम पाकिस्तान मैच, धीमी आउटफील्ड।
रस्सी के जरिए निर्धारित की गई बाउंड्री पर छोटे-छोटे विज्ञापन नदारद थे।
स्टेडियम में मौजूद मुठ्ठी भर दर्शकों ने बारी-बारी से इंडिया, पाकिस्तान के नारे लगाने का जिम्मा उठाया।
भारत-पाकिस्तान की महिला टीमों के बीच खेले जाने वाले इस मैच का कोई खास प्रचार नहीं किया गया।
पुरुष टीम का मैच होता तो बात ही कुछ और होती, स्टेडियम दर्शकों से भरा होता। बॉलीवुड के कई सितारे स्टैंड में हाजिरी दे रहे होते कुछ पूर्व क्रिकेटर भी मैदान पर मौजूद होते।
भारतीय मीडिया में युद्धोन्माद का माहौल होता हॉट स्टार पर मैच देखने वालों का आंकड़ा एक करोड़ पार कर जाता।
चूंकि मैच महिला टीमों के बीच था इसलिए कोई खास तवज्जो नहीं।
एशिया कप में 6 अक्टूबर को थाईलैंड के खिलाफ मिली हार ने पाकिस्तान को बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया. जिसका असर भारत के खिलाफ मैच में देखने को मिला।
थाईलैंड की महिला टीम समय-समय पर पाकिस्तान की कड़ी परीक्षा लेती रही है।
साल 2020 वुमेंस टी-20 विश्व कप में थाईलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान के विरुद्ध 3 विकेट पर 150 रन बनाए थे।
तब खराब मौसम की वजह से दूसरी पारी का खेल नहीं हो सका था।
पाकिस्तान की टीम भारत के खिलाफ जीत का संकल्प लेकर उतरी थी।
33 रन पर 3 विकेट गंवाने के बाद लगा कि पाकिस्तान की टीम एक बार फिर बिखर जाएगी, लेकिन कप्तान बिस्माह मारूफ और निदा डार की दाद देनी होगी।
जिन्होंने भारत की हार की पटकथा लिखी, जिन लोगों ने आज निदा की पारी नहीं देखी उन्होंने एक शानदार इनिंग्स मिस कर दी।
ये उनके करियर की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक थी, उन्होंने मैच में 56 रन बनाने के अलावा 2 विकेट भी लिए।
टीम इंडिया ओवर कॉन्फिडेंस का शिकार हुई।
मैच में लचर फील्डिंग के अलावा स्टंपिंग भी मिस की गई।
भारत ने 138 रनों के लक्ष्य को हल्के में लिया, स्मृति मंधाना ने जानबूझकर अपना विकेट गंवाया।
पता नहीं कप्तान हरमनप्रीत सातवें नंबर पर बैटिंग करने क्यों आईं।
फिर ऋचा घोष जरूरत से ज्यादा आक्रामक हो गईं।
ऋचा अगर आखिरी तक क्रीज पर रहतीं तो परिणाम कुछ और होता।
कुल मिलाकर आज पाकिस्तान का दिन था।
भारत पर मिली जीत से पाकिस्तान का मनोबल बढ़ेगा।
अब आगामी मैचों में बिस्माह की टीम और खूंखार नजर आएगी।
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