NHRC की रिपोर्ट:2015 में बस्तर में पुलिसकर्मियों ने 16 आदिवासी महिलाओं से किया था रेप

वामा            Jan 08, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि साल 2015 में छत्तीसगढ़ के बस्तर में पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर 16 आदिवासी महिलाओं का रेप किया गया। इसके अलावा कई आदिवासी महिलाओं का यौन उत्पीड़न भी हुआ। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने नवंबर 2015 में बीजापुर जिले के पेगदापल्ली, चिन्नागेलुर, पेद्दागेलुर, गुंडम और बर्गीचेरू गांवों में महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया। पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स को नुकसान भी पहुंचाया। शनिवार को NHRC की तरफ से नवंबर 2015 में बस्तर में हुए आदिवासी महिलाओं के यौन उत्पीड़न पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने 16 आदिवासी महिलाओं का बलात्कार किया। 16 महिलाओं से हुए इस कथित यौन उत्पीड़न और प्रताड़ना की घटनाएं राज्य के बस्तर जिले से सामने आई हैं।

आयोग ने कहा है कि इलाके की 16 आदिवासी महिलाएं रेप, छेड़छाड़ व प्रताड़ना का शिकार हुई हैं। अभी पुलिस जवानों की ज्यादती की शिकार हुई 20 अन्य महिलाओं का बयान लेना बाकी है। आयोग ने शनिवार को जारी की गई अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आयोग ने मुख्य सचिव के द्वारा राज्य सरकार से पीडि़ताओं फौरी तौर पर 37 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही है। आयोग ने सरकार से कहा है कि बलात्कार का शिकार हुई आठ मलिहाओं को 3-3 लाख रुपए और यौन शोषण का शिकार हुई छह महिलाओं को दो दो लाख रुपए दिए जाएं। इसके अलावा पुलिस प्रताड़का का शिकार हुईं दो महिलाओं को 50-50 हजार रुपए दिए जाएं।

रिपोर्ट में कहा गया है मानवाधिकार आयोग बस्तर के आदिवासी इलाकों पाया है कि यहां बड़े पैमाने पर महिलाओं के मानवाधिकारों का उल्लंघन किया गया। आयोग ने कहा है अब तक 34 महिलाओं ने ज्यादती के खिलाफ शिकायत दी है।



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