वीरेंद्र भाटिया।
हेल्लो
हेल्लो
स्वामी जी नमस्कार
हेल्लो
हांजी बोलिये, मैं सुन रहा हु आपको
स्वामी जी मैं हरियाणा से बोल रहा हु। आप मेरी एक पारिवारिक समस्या का समाधान कीजिये प्लीज।
हांजी पूछिये। स्वामी जी ने गंभीर होते हुए स्टूडियो में झांकते कैमरे में आँखे गड़ा दी।
स्वामी जी, मेरा भाई एक लड़की के चक्कर में फसा हुआ है। लड़की ने ना जाने क्या जादू टोना किया है उस पर। वह उसी संग ब्याह करना चाहता है। माता पिता बहुत परेशान हैं। उस लड़की से छुटकारा दिलाइये स्वामी जी।
तो भाई कर दो ना उनकी शादी। प्रेम ही तो कर रहे हैं। या कोई जाति, दहेज़ या सुंदरता आड़े आ रही है। स्वामी जी ने थोड़ा दार्शनिक होते हुए पूछा।
स्वामी जी, लड़की चरित्रहीन है। इस लिए हमारा परिवार उसे स्वीकार नहीं करेगा। लेकिन भाई जिद पर अड़ा है। हमे उस लड़की से छुटकारा ही चाहिए। कॉलर की आवाज सख्त होती गई।
देखो भाई। लड़की सबकी सांझी होती है। इस तरह टेलीविजन पर सरेआम किसी को चरित्रहीन कहना ठीक नहीं। स्वामी जी ने थोड़ी सेफ साइड ली।
स्वामी जी। वह चरित्रहीन ही है। आप उपाय बताएं। हम आपको उचित फीस देंगे। कॉलर ने उचकते हुए कहा।
देखो भाई। हमारे पास महाराज का दिया सब है। फीस का लालच नही है। हम तो सेवा भाव से दुनिया के काम करते हैं। नीचे बॉटम लाइन में हमारे फ़ोन नंबर चल रहे हैं। आप फ़ोन करके ऑफिस आ जाएं। आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा। और हाँ-लड़की की एक फ़ोटो हमे भेज दीजिये। फोटो देखे बिना कुछ कह पाना संभव नहीं लड़की के बारे में।
लेकिन फोटो क्यों स्वामी जी।
भई शास्त्रों में स्त्री चरित्र वर्णन बड़े विस्तार से दिया है। चेहरा बता देता है कि स्त्री चरित्रवान है या चरित्रहीन। चित्र देखे बिना हम किसी को चरित्रहीन नही ठहरा सकते। स्वामी जी ने शास्त्र ज्ञान में बहते हुए जवाब दिया।
ठीक है स्वामी जी। मैं चित्र भेज दूंगा । और हम अलग से फ़ोन करके आपसे मिलने का समय ले लेंगे।
काल कट।
अगली कॉल
हेल्लो
हेल्लो
स्वामी जी नमस्कार
मैं दिल्ली से बोल रही हु।
नमस्कार देवी। राजधानी की आवाज ! भई बहुत खूब। कहिये। क्या सवाल है आपका। स्वामी जी थोड़े विनोदी होते हुए बोले।
स्वामी जी। मेरी बेटी को किसी लड़के ने भ्रमित किया हुआ है। लड़का आवारा और चरित्रहीन है। लड़की को लड़के के मोहपाश से मुक्त करवाएं स्वामी जी। आप कहें तो मैं लड़के की फोटो भेज देती हूं। महिला ने याचना मिश्रित लहजे में बात रखी।
अरे भाई। आज कैसी कैसी कॉल आ रही है। लड़का लड़की का विषय ही छाया हुआ है समाज में? कहाँ जा रहा है भाई समाज।
और देवी जी, लड़के की फोटो की जरुरत नहीं है। लड़की की जन्म कुंडली दे दीजिए। कुछ उपाय करवाने होंगे। वह करिये। हो जाएगा काम आपका।
लेकिन आप लड़के की फोटो देखकर बता तो दीजिये की लड़का किस चरित्र का है। महिला कॉलर उत्सुकता से पूछती रही।
नहीं देवी जी। उसकी जरूरत नहीं।
लेकिन मुझे जानना है स्वामी जी। शास्त्रों में उस लड़के के बारे में क्या वर्णन है।
देवी जी जिद ना करें। शास्त्रों में स्त्री चरित्र का वर्णन है सिर्फ। पुरूष के संदर्भ में ऐसा कोई वर्णन नहीं।
स्वामी जी, ऐसा कौन सा शास्त्र पढ़ते हैं आप कि लड़की के चरित्र तो आप फोटो देखकर बता देंगे और लड़के के चरित्र को जांचने की कोई शास्त्र सम्मत तकनीक ही नही।
देवी जी, हम शास्त्रों से रत्ती भर भी इधर हो कर बात नहीं कर सकते। जो शास्त्रों में लिखा है वही हमारा कथन है।
ठीक है। कल अपने शास्त्र लेकर दिल्ली महिला आयोग आ जाईये। आपको नोटिस भेजा जा रहा है। और पहले वाले कॉलर का पता और फोन नंबर भी दीजिये। उन्हें भी बुला कर पूछती हु स्त्री चरित्र पुरुष चरित्र से किस प्रकार भिन्न है।
आप कौन बोल रही हैं देवी जी। स्वामी जी की आवाज में कंपन भर गई।
दिल्ली की आवाज, आपने ही ने तो कहा था। मैं महिला आयोग की अध्यक्ष बोल रही हु। कोशिश कीजिये नोटिस पर ही पेश हो जाएं, सम्मन ना भेजने पड़े मुझे।
फ़ोन कट गया।
अगला कॉलर लेने से पहले विज्ञापन शुरू हो गया था, और विज्ञापन के बाद अगला कार्यक्रम देवी-वंदना शुरू हो चुका था।
फेसबुक वॉल से।
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