विधानसभा:जब विधायक पारूल मंत्री से बोलीं,एसडीएम का ट्रांसफर अपने क्षेत्र में करायें,पहलू और भी हैं।

वामा            Mar 03, 2017


मल्हार मीडिया।

मध्यप्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को भाजपा विधायक पारुल साहू केशरी ने एक बुजुर्ग विधवा महिला के साथ एसडीएम द्वारा अभद्र व्यवहार किए जाने और बाद में उस महिला की हत्या हो जाने का मुद्दा उठाते हुए सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लालसिंह आर्य को घेरा।

मध्यप्रदेश के सागर जिले के जैसीनगर की महिला किसान की मौत के मामले में नया मोड़ आ सकता है। यह मामला आज विधानसभा में भी गूंजा। सुरखी विधायक पारूल साहू ने यह मामला उठाया। विधायक पारुल साहू ने शारदा की मौत को लेकर प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह व सामान्य प्रशासन मंत्री लाल सिंह आर्य से सवाल पूछे। विधायक ने एसडीएम संतोष चंदेल पर कार्रवाई की मांग की जिस पर मंत्री आर्य ने तत्काल जैसी नगर के एसडीएम को हटाने के निर्देश दे दिए हैं और मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं।

सुरखी विधायक पारुल साहू ने सदन में कहा शारदा दांगी के हत्यारे को तो सजा हो जायेगी लेकिन जिस एसडीएम ने महिला के साथ जो शर्मनाक व्यवहार किया था। मुँह पर आवेदन फेंकना और जेल में बंद कर देने की धमकी देने वाले एसडीएम संतोष चंदेल को क्या सजा मिलेगी। इस पर मंत्री लाल सिंह आर्य ने जवाब दिया कि अधिकारी का तबादला कर दिया जाएगा। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट पारुल साहू बोलीं अगर ट्रांसफर करना है तो ऐसे अधिकारी को अपने क्षेत्र में ले जाएँ, ताकि आपको यह पता चले कि महिलाओं के साथ यह अधिकारी कैसे दुर्व्यवहार करता है।

शून्यकाल के दौरान सुरखी विधायक केशरी ने अपने विधानसभा क्षेत्र के जैसीनगर में एक विधवा महिला किसान का आवेदन एसडीएम द्वारा फेंक दिए जाने और दोबारा आवेदन दिए जाने की स्थिति में उसे जेल में डालने की धमकी देने का मुद्दा उठाते हुए सरकार से इस बारे में जानकारी चाही। उन्होंने कहा कि महिला की हत्या हो चुकी है और अब उसे मृत्यु के बाद भी इंसाफ मिल पाएगा या नहीं। इस पर मंत्री आर्य ने इसे पारिवारिक संपत्ति विवाद बताते हुए कहा कि हत्या के मामले में दो लोग जेल में हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास एक वीडियो है, जिसमें बुजुर्ग महिला प्रशासन का आभार व्यक्त कर रही है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट केशरी ने इसे महिलाओं से जोड़ते हुए मांग की कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस करीब है और इस मौके पर मंत्री संबंधित एसडीएम को निलंबित कर दें। इस पर मंत्री श्री अार्य ने कहा कि वे एसडीएम को वहां से हटा कर मामले की जांच कराएंगे।

गौरतलब है कि सुरखी विधानसभा के औरैया गांव निवासी विधवा किसान जेठ व ससुराल पक्ष से पीड़ित थी। पति की मौत के बाद शारदा की भूमि पर जेठ दरयाव सिंह कब्जा जमाने की फिराक में था। अपने अधिकार के लिए संघर्ष कर रही शारदा कई बार मासूम बच्चों के साथ प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठी थी। लंबी लड़ाई के बाद उसे हक तो मिला, लेकिन उसकी यह जीत शारदा के जेठ-जेठानी को रास नहीं आई और उन्होंने संघर्ष की मिसाल बनी शारदा की हत्या कर दी थी। इसी मामले को लेकर साहू ने शारदा की मौत के लिए ग्राम औंरिया हलका पटवारी व सागर एसडीएम संतोष चंदेल को जिम्मेदार बताकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने और ससपेंड करने की मांग की थी। जिस पर मंत्री लाल सिंह आर्य ने एसडीएम संतोष चंदेल को हटाने के निर्देश दे दिए हैं।

सागर जिले के जैसीनगर थाना के ग्राम ओरिया की विधवा शारदा ठाकुर की हत्या कर दी गई। यह वो महिला थी जो पिछले दो वर्षो से अपने हक के लिये अपने परिवार से ही जूझ रही थी। पति भगतसिंह की खेत पर कंरट लगने से मौत के बाद से ही ससुराल के अन्य सदस्यो की शारदा ठाकुर प्रताडना का शिकार होती रही। वह भी इस प्रताडना के खिलाफ जंग छेडे रही। ग्राम ओरिया की खेती जमीन का बटवारा तो हो गया था लेकिन सम्मलित कुंए से शारदा ठाकुर खेत को सिंचित नही कर पा रही थी। महिला के जेठ दरयाबसिंह की दंबगाई से ऐसा हो रहा था। इसमें पटवारी की भूमिका अहम थी जिसने शारदा ठाकुर की असिचिंत जमीन को सरकारी दस्तावेजो में सिचित बता रखा था। सिचाई के लिये पानी का हक पाने के लिये शारदा ठाकुर ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के यहां दर्जनों शिकायतें की।

यहां काबिल—ए—गौर बात यह है कि जिस मामले को खुद शारदा दांगी खत्म कर गईं थी। बकायदा मीडिया,एसडीएम,और न्याय व्यवस्था का धन्यवाद करके गईं थीं उसके इस तरह से उछलने के बाद क्या परिणाम आने वाले हैं? जाहिर है खबरों के बुरे असर भी होते हैं। सोशल मीडिया में शारदा दांगी का वह धन्यवाद वाला वीडियो और पत्र तैर रहा है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है।

 

सागर के वरिष्ठ पत्रकार रजनीश जैन की यह टिप्पणी यहां काबिल-ए-गौर है
अपने हक में मामला निपट जाने की संतुष्टि और धन्यवाद का भाव स्व शारदा ठाकुर ने व्यक्त किया।अपने हस्ताक्षरों से एक प्रमाणपत्र और गुलदस्ता लेकर वे मीडिया के कुछ लोगों को लेकर 3/11/16 को एसडीएम सागर संतोष चंदेल के कार्यालय पहुँचीं थीं। उनसे मिलकर आभार जताया और बाइट देकर मीडिया में इसकी भी खबर बनवाई थी। कुएं से लहलहाती फसल की सिंचाई को लेकर फिर आपसी सौहार्द खत्म हुआ और हत्या के रूप में परिणिति हुई।...इस ताजा विवाद को भी प्रशासन सुलझाने में सक्षम होता यदि समय और धैर्य दोनों पक्षों में होता।...लेकिन कुछ तत्व बीच में ऐसे थे जो बारंबार पारिवारिक वैमनस्यता को बढ़ावा देकर सिर्फ अपना उल्लू सीधा कर रहे थे। मीडिया हाईप पैदा करके उसका इस्तेमाल अपने हक में फैसले करवाने से पूरे हालात में न्याय का संतुलन भी बिगड़ा। दूसरे पक्ष की क्षुब्धता पर किसी ने नहीं सोचा। नतीजा सामने है।...जिस अफसर ने मदद की, पीड़िता ने स्वयं फूल और प्रमाणपत्र देकर सद्भाव प्रकट किया, उसको यह सिला मिला कि पूर्ववर्ती वीडियो डालकर उसके अच्छे काम पर पानी फेर दिया गया। प्रमाणपत्र अवलोकनार्थ पेश है।

 



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