मल्हार मीडिया ब्यूरो इंदौर।
मध्य प्रदेश में बेरोजगार युवाओं की संख्या लगातार बढ़ती हुई नजर जा रही हैं।
सरकारी नौकरी सरकारी नौकरी के इंतजार में अब इनका सब्र जवाब देने लगा है।
इंदौर में नौकरी के लिए सत्याग्रह कर रहे हजारों युवा हाथों में तिरंगा लेकर सड़कों पर उतर आए।
इस पैदल मार्च के चलते इंदौर के एबी रोड का यातायात भी डायवर्ट करना पड़ा।
दरअसल यह छात्र सरकारी नौकरियों में भर्ती की मांग को लेकर 22 सितंबर से इंदौर के दीनदयाल उपवन के सामने सत्याग्रह कर रहे हैं।
सत्याग्रह नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के बैनर तले हो रहा है। बताया जा रहा है कि सत्याग्रह 21 सितंबर से शुरू हुआ था और 28 सितंबर तक चलेगा।
छात्रों का कहना है कि सरकारी नौकरियों में भर्ती शुरू करने, व्यापमं के माध्यम से परीक्षा आयोजित करने जैसी कई मांग को लेकर यह सत्याग्रह चल रहा हैं।
साथ ही पिछले कई सालों से रुकी हुई सभी भर्ती प्रक्रियाओं को तत्काल पूरा किया जाए। साथ ही MPPSC की 2019, 2020 और 2021 की भर्तियां जल्द से जल्द पूरी की जाएं।
जानकारी के अनुसार रविवार को सत्याग्रह कर रहे युवाओं ने पैदल मार्च निकाला। सभी की जुबां पर एक ही नारा था- भर्ती करो, भर्ती करो, नौकरी दो, नौकरी दो।
सूत्रों की माने तो जैसे-जैसे पैदल मार्च भंवरकुआं चौराहे से आगे बढ़ा इसमें शामिल होने वाले युवक-युवतियों की संख्या बढ़ती गई। एक सिरा जब नौलखा पर चिड़िया घर के सामने था तब दूसरा सिरा होलकर कॉलेज पर था।
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वहीं पैदल मार्च पर निकले इन छात्रों का कहना है कि नौकरी के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है। हम कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं कर रहे।
लंबे समय से सरकारी नौकरियों में भर्ती बंद है और इसके कारण उनके सामने बेरोजगारी की समस्या है। साथ ही अब तो जीवन यापन में दिक्कत आने लगी है।
छात्रों ने आगे कहा कि दो दिन पहले जब हम सत्याग्रह के तहत सुंदरकांड का पाठ कर रहे थे, तब सत्याग्रह स्थल की लाइट प्रशासन ने बंद करवा दी थी तब वहां मौजूद छात्रों ने अपने मोबाइल फोन की टॉर्च जला कर पाठ किया था।
इसके अलावा शनिवार शाम इन छात्रों ने भोलाराम उस्ताद चौराहे से भवरकुआं तक मानव श्रृंखला बनाकर नारेबाजी की थी।
हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने विधानसभा के बताया था कि प्रदेशभर में 25 लाख 80 हजार रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं। इनमें करीब 20 लाख लोगों ने पिछले 2 वर्षों में रजिस्ट्रेशन कराया है।
बेरोजगारों में करीब 10 लाख ओबीसी, 8 लाख सामान्य और करीब सात लाख से ज्यादा एससी-एसटी वर्ग के लोग शामिल हैं।
वहीं आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा बेरोजगार ग्वालियर में हैं। यहां रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 1 लाख 55 हजार है। दूसरे स्थान पर राजधानी भोपाल है।
यहां करीब 1 लाख 31 हजार रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं। और बेरोजगारी में तीसरा स्थान विंध्य क्षेत्र के रीवा जिले का है।
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