खरी-खरी

गुरूदत्त तिवारी।जब व्यक्ति सदाचारी-सत्यव्रती और ईश्वरीय चौखट पर समर्पित रहता है, फिर भी गरीबी व तमाम तरह की दारिद्रता घेरे रहती है। तब भी वह संतोष भाव से कहता है कि निर्धन के धन राम।...
Dec 26, 2017

राकेश कायस्थ।लालू यादव केवल इसलिए दोषी करार दिये गये क्योंकि उनका नाता पिछड़े समाज से है तो फिर ए.राजा और कनिमोड़ी टू जी में कैसे छूट गये? हर चीज़ का असाधारण सरलीकरण प्लेग से...
Dec 24, 2017

तरूण व्यास।कई बार लगता है कि क्या तो ये देश है और क्या तो इस देश की न्याय व्यवस्था है। सब खेल खेल में चल रहा है और जनता खेल खेल में...
Dec 21, 2017

सुंदर चंद ठाकुर।क्या यह हास्यास्पद नहीं कि सरकार ने सिर्फ इसलिए टीवी पर कंडोम के विज्ञापन सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक दिखाने बंद कर दिए, क्योंकि बच्चों द्वारा इन विज्ञापनों को...
Dec 21, 2017

वीरेंदर भाटिया।गुजरा में कांग्रेस के हार जाने के बाद कोई यह दिलासा देकर बेशक अपना मन बहला ले कि राहुल ने ये जीता वह जीता। राहुल ने कुछ नहीं जीता है और जीत के...
Dec 21, 2017

राकेश अचल।गुजरात विधानसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अरण्य रोदन को सुन कर मेरा कलेजा मुंह को आ रहा है। मोदी जी देश के पंत प्रधान हैं और पूरे देश की...
Dec 12, 2017

डॉ राकेश पाठक। नरेंद्र दामोदर दास मोदी. निःसंदेह भारतीय राजनीति के 'महानायक' हैं। सन 2012 के बाद वो जिस तरह सफलता की सीढ़ियां चढ़े और 2014 में सत्ता के शिखर पर पालथी...
Dec 12, 2017

सुंदर चंद ठाकुर।जब भी मैं धर्म लिखा हुआ पढ़ता हूं, तो 'युद्ध' स्वयं दिमाग में आकर उसके साथ जुड़ जाता है। धर्म के साथ कभी 'शांति' या 'विकास' को जुड़ते हुए न देखा और...
Dec 03, 2017

राकेश अचल।आर्तनाद की कोई भाषा नहीं होती लेकिन आज पहली बार मैंने गुजराती में आर्तनाद सुना तो दंग रह गया। विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार के लिए गुजरात गए देश के प्रधानमंत्री अचानक...
Nov 28, 2017

राघवेंद्र सिंह।मध्यप्रदेश का कुख्यात व्यापम महाघोटाला याने देशद्रोह का नया मॉडल। इसे राष्ट्रवाद का अतिरेक नहीं माना जाएगा। यह राष्ट्रद्रोह का स्वदेशी मॉडल भी कहा जा सकता है। इसे चिकित्सा शिक्षा से लेकर सरकारी...
Nov 27, 2017