खरी-खरी

राकेश दुबे।परिणाम आ रहे हैं या आ गये हैं ? चुनाव के नतीजे तो 23 मई को आयेंगे अभी जो परिणाम आ चुके हैं या आ रहे हैं। वे देश का भविष्य बनायेंगे। बात...
May 14, 2019

राकेश दुबे।भारतीय राजनीति का यह ऐसा काल है, जिसमें सत्ता और प्रतिपक्ष के सतही कार्यकर्ता से लेकर शीर्ष पुरुष तक आरोप लगाने को अपना अधिकार मान बैठे हैं, भले ही उसका परिणाम कुछ भी...
May 10, 2019

पवित्र श्रीवास्तव।मौजूदा वक्त में नेताओं को मसीहा के रूप देखा जा रहा है, जो सही नहीं है। नेता चाहे वह कोई भी हो मसीहा नहीं हो सकता। नेता या जनप्रतिनिधि इस देश के सर्विस प्रोवाइडर...
May 06, 2019

हेमंत कुमार झा।आज जो लोग नरेंद्र मोदी के एक से एक गलत और गलीज़ बयान पर अपने समर्थन की हुआं-हुआं के साथ उत्तर भारत की राजनीतिक जमीन को वैचारिक रूप से बंजर बना रहे...
May 05, 2019

हेमंत कुमार झा।उस मास्टर की तलाश होनी चाहिये जिसने सीबीएसई टॉपर्स का एक नम्बर काट लिया और उन्हें 499 पर ही अटका दिया,वरना 500 में 500 का परचम लहराते हमारा देश पूरी दुनिया में...
May 03, 2019

राघवेंद्र सिंह।भारतीय लोकतंत्र में एक जमाने में ठप्पा मारो तान के का नारा चलता था। चुनाव सुधार और उसके आधुनिकीकरण में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन आ गई। इससे जो क्रांति आई वह यह कि मतदान...
Apr 29, 2019

राकेश दुबे।आक्सफैम की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में बेरोजगारी एक बड़ा संकट है। इस संकट का उचित समाधान न हुआ तो इसका समाज की स्थिरता और शांति पर प्रतिकूल असर भी हो सकता...
Apr 27, 2019

राकेश दुबे।देश में चुनाव चल रहे हैं, मीडिया दिन रात खबरें उगल रहा है। लेकिन,हर बार आदर्श आचार संहिता के नियमों के उल्लंघन और चुनाव अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना की खबरें आ रही...
Apr 24, 2019

राघवेंद्र सिंह।भारत पूरी दुिनया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। चुनाव लड़ने, सरकार बनाने और उसे चलाने के लिए बिल्डर, कंपनियों की तरह पार्टियां वोटर्स से आसमानी-सुल्तानी वादे करती है। इसलिए कि बस एक बार...
Apr 23, 2019

हेमंत कुमार झा।लग तो नहीं रहा कि नरेंद्र मोदी फिर से सत्ता में आ पाएंगे लेकिन यहां प्रासंगिक यह नहीं है कि वे जीत कर फिर से सत्ता में आएं या हार कर इतिहास...
Apr 22, 2019