Breaking News

खरी-खरी

राकेश दुबे। कितनी सरकारें आईं और चली गईं। सी बी आई जैसे काम करती थी, करती है और करती रहेगी। किसी भी सरकार की मंशा उसके सुधार में नहीं है। सब उसका उपयोग और एक...
Oct 29, 2018

राकेश दुबे।हमारा भारत भी गजब है। प्रतिपक्ष सी बी आई के जिन अधिकारियों पर आरोप लगाता था उन्हें सरकार ने रातों-रात जबरिया छुट्टी पर भेज दिया। अब यह बहस जारी है कि सरकार को ऐसा...
Oct 25, 2018

राकेश दुबे।सबरीमला पर आया फैसला और उसके बाद की गतिविधयों के कुछ राजनीतिक निहितार्थ भी है हिंदुत्ववादियों के लिए यह केरल फतह भी है क्योंकि केरल ही एक आखिरी किला है। तमिलनाडु में दोनों...
Oct 24, 2018

राकेश दुबे।जाति आधारित राजनीतिक दलों की बात छोड़ दें, अपने को राष्ट्रीय दल कहने वाले दल भी जातिवाद और परिवारवाद से ग्रस्त हैं। जिन पांच राज्यों में चुनाव के टिकट बड़े राजनीतिक दलों द्वारा...
Oct 23, 2018

राकेश दुबे।यह कितनी बुरी बात है कि आज़ादी के इतने बरस बाद भी भारत में लोग भाषा और प्रदेश के नाम से जाने जा रहे हैं। भारतीय होने से पहले लोगों को उनकी भाषा...
Oct 13, 2018

राम विद्रोही।पक्का है अब हाथी गली-गली घूमेगा, साइकल अलग पटरी पर चलेगी। इनके अलावा भी गोगपा, सपाक्स, जयस आदि बहुत सारे दल चुनाव मैदान में होंगे। मतलब इस बार के विधान सभा चुनाव में...
Oct 12, 2018

राकेश दुबे।महाराष्ट्र की अलगवावादी हवा गाँधी के गुजरात को भी लग गई। भाषाई आधार पर दूसरे प्रदेश के लोग खदेड़े जा रहे हैं, और साहेब दिल्ली में बीन बजा रहे हैं। इस पलायन के...
Oct 08, 2018

वीरेंद्र शर्मा।समाज के प्रति प्रतिबद्धता कभी पदों की मोहताज नहीं होती। इसका सबसे बड़ा उदाहरण इटली के एकीकरण में महत्वपूर्ण निभाने वाला प्रसिद्ध क्रांतिकारी जुज़ॅप्पे गैरीबाल्डी है। विजय के बाद बिना किसी पद की...
Oct 05, 2018

राकेश दुबे।चुनाव जो न कराए थोडा है। कांग्रेस हो या भाजपा दोनों ही प्रदेश में धार्मिक हो गई है।दोनों का लक्ष्य एन- केन- प्रकारेण चुनाव जीतना है चाहें उसके लिए कुछ भी कहना सुनना और...
Oct 05, 2018

राकेश दुबे।द टाइम्स हायर एजूकेशन द्वारा जारी ताजा सूची में बेहतरीन 250 विश्वविद्यालयों में किसी भी भारतीय संस्थान को जगह नहीं मिल सकी है, वैश्विक स्तर पर हमारी स्थिति बहुत संतोषजनक नहीं है। हालांकि विभिन्न...
Oct 02, 2018