हेमंत कुमार झा।
रेलवे कई तरह के तकनीकी पदों पर अब स्थायी नियुक्ति नहीं करेगा, आउटसोर्सिंग से नियुक्ति होगी या जो निजी ट्रेन या निजी स्टेशन होंगे, उनके मालिक जानेंगे कि वे इस...
हेमंत कुमार झा।
बचपन में क्रिकेट से जुड़ी एक कहानी पढ़ी थी।
एक बार सुनील गावस्कर किसी टेस्ट मैच में ओपनिंग बैटिंग करने गए और दुर्भाग्य से जीरो पर आउट हो गए। स्टेडियम...
नितिन मोहन शर्मा।
राजा कहते हो उन्हें। वे देवादिदेव हैं। सब देवन के देव हैं वे। महादेव हैं वे। उनके सामने कोई राजा नहीं। न महाराजा। वे स्वयम अवंतिकानाथ हैं। कालों के काल..महाँकाल...
हेमंत कुमार झा।
लगभग 17 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहने के बाद उन्होंने 8वीं बार फिर से शपथ ले कर एक नया रिकार्ड बनाया।
यह दर्शाता है कि बिहार की जटिल सत्ता राजनीति में...
राकेश कायस्थ।
हरिशंकर परसाई इस धरती पर 71 साल तक रहे। जब तक जिये लगातार लिखते रहे। परसाई को दुनिया छोड़े 27 साल हो गये हैं।
मान लीजिये अगर परसाई अगर होते तो क्या करते?...
श्रीकांत सक्सेना।
सवाल इस दौर के भारतीय महा आख्यान या महाविमर्श(Grand narrative or master narrative)का है।
उत्तर आधुनिक फेंकुओं ने ये तो समझा ही दिया है कि जो व्यक्ति या दल अपने समाज...
श्रीकांत सक्सेना।
अपने देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने के लिए हमारे पास अनेक कारण हैं।
हमारी सभ्यता संसार की सबसे प्राचीन सभ्यता है।
प्रागैतिहासिक काल का पश्चिमी जगत मात्र कुछ उल्टा-सीधा...
डॉ. वेदप्रताप वैदिक।
यह शुभ-संकेत है कि भारत की न्याय-व्यवस्था की दुर्दशा पर हमारे प्रधानमंत्री और प्रमुख न्यायाधीशों ने आजकल खुलकर बोलना शुरु किया है।
हम आजादी का 75 वाँ साल मना रहे...
राकेश दुबे।ऐसा देश जहां मेडिकल और इंजीनियरिंग की डिग्री पाने की दीवानगी हो, वहां यह अप्राकृतिक नहीं होगा कि जिन विद्यार्थियों को बीए-एमए की डिग्री पाने की खातिर कॉलेज-यूनिवर्सिटी आने की मजबूरी है,...
राकेश दुबे।समय आ गया है ,राजनीतिक दलों को लोकलुभावन वादे जैसे विषय पर विशद चर्चा करना चाहिए। आने वाले आम चुनाव के पहले इस विषय पर एकमत होना जरूरी है।
यूँ तो इस...