हेमंत कुमार झा।
हाल में जारी कुछ आंकड़ों के अनुसार भारत के प्रत्येक जिले में औसतन 1 लाख 75 हजार डिग्री धारी बेरोजगार हैं। यानी देश के कुल 740 जिलों में लगभग 12...
राहुल गोरानी।जी हाँ! सारे कानून कायदे आम लोगों के लिए ही हैं। इनका नेता-अभिनेता पर कोई असर नहीं। भीड़ लगाओंगे तो धारा 144 आपके स्वागत में खड़ी है। शादी करोगे तो...
हेमंत कुमार झा।
धर्मध्वजाधारियों के सम्मेलन में आह्वान किया गया कि अपने बच्चों के हाथों में आधुनिक हथियार दें।सामने खड़े नौजवानों को मंचासीन 'संतों-बाबाओं' ने शपथ दिलाई कि धर्म आधारित राष्ट्र बनाने के...
आशीष पाठक।इस खबर का आशय तो यह समझ आता है कि ऑक्सीजन-वाक्सीजन फालतू की चीज है। पांच तत्वों वाली अवधारणा भी गलत है। इनके अनुपात में कमी-बढ़ोतरी के कारण कोई मरता-जीता नहीं...
श्रीकांत सक्सेना।एक वर्ष से अधिक चले किसान आंदोलन का अब अवसान हो रहा है। यह आंदोलन अनेक दृष्टि से भारत के इतिहास में अपनी जगह बनाएगा। सबसे पहले तो यह कि इससे पहले इतनी बड़ी...
राकेश कायस्थ।कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली से जो सबसे बड़ी हेडलाइन निकल कर आई है वो ये कि राहुल गांधी ने यह समझाने की कोशिश की है कि हिंदू धर्म और हिंदू राजनीति...
हेमंत कुमार झा।
1990 के दशक में, जब हमारे बैच या उसके कुछ आगे-पीछे के बैच के लोग पढ़-लिख कर रोजगार की दुनिया में जगह तलाशने निकले तो उन्हें अपने सामने एक वीराने के...
हेमंत कुमार झा।
70 के दशक तक आम लोगों की जुबान पर प्रायः दो नाम रहते थे टाटा और बिड़ला।
अक्सर कयास लगाए जाते कि इन दोनों में से किसके पास अधिक संपत्ति है।...
हेमंत कुमार झा।कारपोरेट परस्त सत्ता के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान सिर्फ अपनी लड़ाई ही नहीं लड़ रहे, वे अपने दौर की राजनीतिक विकृतियों से भी लड़ रहे हैं। उन विकृतियों से, जिनसे...
हेमंत कुमार झा।हमारे देश के रहनुमा भले ही सब कुछ बाजार के हवाले करने पर आमादा हैं, लेकिन, वक्त बदल रहा है, बाजार के प्रति दुनिया की सोच बदल रही है। जिन नीतियों...