खरी-खरी

देविंदर शर्मा। हरित क्रांति के पथ से साफ तौर पर दूरी बनाते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में सरकार की मंशा की ओर इशारा कर दिया जो कि है देश की खेती...
Feb 06, 2017

संजय रोकड़े। आज हमारे देश में दो शब्दों को लेकर समाज में एक बड़ी भ्रांति फैली हुई है। पहला हिंदू और दूसरा दलित। ये दोनों शब्द समाज की संरचना में दो विपरित ध्रुव के वाहक...
Feb 05, 2017

सूर्यकुमार दुबे। आज मीडिया के कुछ कथित पत्रकार जिन्हें खबर के अलावा कुछ नहीं दिखता, उनकी आत्मा मर चुकी है, केवल शरीर ही बचा है जिसे वह ढोते हुये फिर रहे हैं। घायलों की खबर...
Feb 05, 2017

छतरपुर से धीरज चतुर्वेदी।जब मंच पर केन्द्रीय मंत्री सहित मुख्यमंत्री का आगमन होना हो और उस मंच से बुंदेलखंड के मजदूरों के पलायन को शौकिया बताया जाये तो क्या इसे भाजपा का नजरिया माना जायेगा...
Feb 01, 2017

विनय ओसवाल। इस देश के आमजन की निगाह में मोदी सरकार पहली ऐसी सरकार बन गयी है, जिसके शासन में भारतीय रिजर्व बैंक की साख (इज्जत) को पिछले 80 सालों में पहली बार बट्टा...
Jan 31, 2017

अनुराग उपाध्याय। लगातार टेलीविजन न्यूज़ देखने पर लगा कि मध्यप्रदेश में न्यूज़ 24 के गोविन्द गुर्जर और न्यूज़ नेशन के नीरज श्रीवास्तव एक बेहतरीन पत्रकार के रूप में उभर के सामने आये हैं। पिछले एक...
Jan 31, 2017

राघवेंद्र सिंह।सत्ता हासिल करने के लिये बातें और वादे किये जाते हैं मगर मध्यप्रदेश में सरकार में बने रहने के वास्ते पंचायतों के पिटारे के बाद सियासी टोटकों का दौर शुरू हो गया है।...
Jan 30, 2017

मुकुल सरल।इस समय यूपी समेत 5 राज्यों में चुनाव हो रहे हैं। सभी दल अपने उमीदवार घोषित कर रहे हैं। ख़बरची एक से एक रपटें दे रहे हैं, लेकिन एक अंतर साफ़ है। लिखा...
Jan 29, 2017

महेंद्र के सिंह। पद्मिनी वैसे भी ऐतिहासिक चरित्र नहीं है, पद्मावत में की गयी जायसी की सिर्फ एक सुन्दर कल्पना है। मैं वैसे भंसाली को एक भोंडा और सतही कलाकार मानता हूँ पर जब एक...
Jan 28, 2017

पुण्य प्रसून वाजपेयी।संविधान लागू होते ही लोकतंत्र के जिस पाठ को देश ने पढ़ा, वह वोट देने की बराबरी का ही था। 1950 में 17 करोड 32 लाख,12 हजार, 343 वोटर थे तो आज यानी...
Jan 26, 2017