वीथिका

नई दिल्ली, एजेंसी। जलेबी, गुलाब जामुन और रसगुल्ला.....ये मिठाइयां मुंह में पानी लाने के लिए काफ़ी हैं. पर क्या आपने कभी ये सोचा है कि ये किसी युवती को छेड़खानी के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के...
Jan 17, 2015

संजय जोशी 'सजग " कतार एक गंभीर समस्या है जिधर देखो उधर कतार का ही बोल-बाला है इसका पालन तो केवल ईमानदार ही करते है रंगदारी करने वाले इसे समय की बर्बादी बताते है और...
Jan 17, 2015

राष्ट्रीय ख्याति के अम्बिका प्रसाद दिव्य पुरस्कारों हेतु पुस्तकें आमंत्रित भोपाल। साहित्य सदन भोपाल द्वारा राष्ट्रीय ख्याति के अठारहवें अम्बिका प्रसाद दिव्य स्मृति प्रतिष्ठा पुरस्कारों हेतु साहित्य की अनेक विधाओं में पुस्तकें आमंत्रित की जाती...
Jan 16, 2015

पुस्तक समीक्षा ममता यादव बिंदास और खिलंदड़पने में व्यवस्था पर चोट करने वाली बात कहने और फिर उसे शब्दों में पिरोने का हुनर विरले व्यक्तियों...
Jan 16, 2015

कुंवर समीर शाही आजकल बधाइयों और शुभकामनाओं का बाज़ार सर्वत्र फल-फूल रहा है। हर कोई बधाइयों और औपचारिकताओं की नदियों में बिना रुके बहता ही चला जा रहा है। बधाइयां और शुभकामनाएं जाने कितने पर्यायवाचियों...
Jan 16, 2015

अयोध्या से कुंवर समीर शाही वैसे तो अंग्रेजों और दूसरे विदेशी आक्रमणकारियों ने ‌हिंदुस्तान का जैसे हो सका शोषण किया, परंतु अंग्रेजों ने यहां बहुत अच्छे काम भी किए थे, जिनमें एक सराय एक्ट भी...
Jan 15, 2015

इंदु पांडेय "दुनिया की हर लड़की मेरी मां-बहन है, एक को छोड़ कर." ऐसा कहना है दिल्ली के शाहपुर जाट मे रहने वाले रंजीत का .नाम भी फ़िल्मी. काम भी फ़िल्मी. उनकी ज़िंदगी की कहानी...
Jan 13, 2015

संस्कृत में ज्यादातर लोगों का हाथ तंग से भी तंग होता है, लेकिन इस रचना को पढ़कर लगता है कि नहीं अभी संस्कृत के मामले में इतनी तंगी भी नहीं आई है। गौर फरमायें इस...
Jan 12, 2015

भोपाल, एजेंसी। राजधानी भोपाल का गुलाब उद्यान इन दिनों तरह-तरह के गुलाबों से गुलजार है, और यहां आ रहे बागवानी और पर्यावरण प्रेमियों को यह गुलाब गदगद कर रहे हैं। इतना ही नहीं इन सैलानियों...
Jan 11, 2015

डॉ.लक्ष्मीनारायण पांडे हर आम और खास को सूचित किया जाता है विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि नपुंसक व्यवस्था के सौजन्य से हमारे आसपास मौत पसर रही है, राजाज्ञा से भूख भय और महामारी...
Jan 10, 2015